श्री प्रेमानंद महाराज जी जो राधा रानी के परम भक्त हैं और वृन्दावन में रहते हैं. महाराज जी जुबान पर हर समय राधा रानी का नाम होता है और सुबह से शाम तक श्री राधा की पूजा करते हैं तो वहीं महाराज जी राधा नाम का सत्संग साथ ही भजन कीर्तन भी करते हैं. इसी के साथ महाराज जी लोगों से भी मिलते हैं. महाराज जी से मिलने आये लोग उन्हें अपनी परेशानी के बारे में बताते हैं. वहीं महाराज जी इनका मार्गदर्शन करते हैं साथ ही उन्हें सही दिशा में चलने का मार्ग बताते हैं. वहीं इस बीच महाराज जी मिलने आये एक शख्स ने सवाल पूछा है कि ऑफिस आदि जाना है तो ठाकुर जी को जल्दी-जल्दी कैसे भोग लगवाएं? वहीं वहीं महाराज जी ने इस सवाल का जवाब दिया है.
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महाराज जी ने बताया भोग लगाने का तरीका
महाराज जी से जिस शख्स ने सवाल किया है उस शख्स का नाम मोहित है इस शख्स ने कहा है कि जब हम ठाकुर जी और श्री जी को भोग लगाते हैं तो उस थाली को अपने भगवान के आगे रख देना चाहिए.
वहीं महाराज ज ने इस सवाल का जवाब देते हुए कहा कि इसके दो प्रकार हैं पहला समय नही लेट हो रहा है ठाकुर जी और श्री जी को दिखाया नाम लिया और खाना खा लिया उसके बाद घर के बड़ी सदस्य है उन्हें कह सकते हैं कि दिन में जो भोग ठाकुर जी और श्री जी को दें उसे 10-15 मिनट रखें और तब आप उस खाने को खाए. इसी के साथ महाराज ने ये भी कहा कि ये समय नहीं है बस नाम सुमिरण करों और भोजन को पा लो.
महाराज जी को रोज करवाना पड़ता है डायलिसिस
श्री प्रेमानंद महाराज जी को पॉलीसिस्टिक किडनी रोग Ploycystic Kidney Disease है और इस वजह से उनकी दोनों किडनी खराब हो गयी. दोनों किडनी खराब होने की वजह से उन्हें डायलिसिस करवाना पड़ता है और इसके लिए काफी खर्चा होता है साथ उनके काफी पीड़ा भी होती है. लेकिन 4 घंटे डायलिसिस करवाने के बाद महाराज जी फिर से राधा रानी की सेवा में लग जाते हैं.
आपको बता दें, श्री प्रेमानंद महाराज जी खुद को राधा रानी का भक्त और उन्हें अपना ईश्वर मानते हैं. जहाँ महाराज जी सुबह 2 बजे उठकर वृंदावन की परिक्रमा बांके बिहारी जी, राधा वल्लब के दर्शन और परिक्रमा करते हैं तो साथ ही राधा रानी के नाम का सत्संग भी करते है और इन सत्संग में कई सारे अच्छी बातें भी बताते हैं.
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