राधा रानी के परम भक्त और उनके नाम से सत्संग करने श्री प्रेमानंद महाराज जी मिलने के कई लोग आते हैं और महाराज जी को अपनी परेशानी के बारे में बताते हैं. वहीं महाराज जी इनका मार्गदर्शन करते हैं साथ ही उन्हें सही दिशा में चलने का मार्ग बताते हैं. इसी बीच महाराज जी ने कुंडलिनी जागरण पर कुछ कहा है और इस पोस्ट के जरिए हम आपको इसी बात की जानकरी देने जा रहे हैं.
Also Read- प्रेमानंद जी के सत्संग: राधा रानी इतनी गोरी और कृष्ण इतने काले क्यों हैं?.
श्री प्रेमानंद महाराज जी ने बताया उपाय
दरअसल , श्री प्रेमानंद महाराज जी के दरबार में उनसे मिलने के लिए एक महिला आई और इस महिला ने महराज को बताया कि एक गुरु जी के द्वारा उन्हें नाम में लगना हुआ मैंने पहले अपने कुल गुरु से दीक्षा ली फिर मेरा शरीर अस्वस्थ हो गया और मैं योग में गयी लेकिन योग जाने के बाद कुंडलिनी जागरण हो गया. योग करने से उर्जा नहीं संभाल पा रही थी और इस वजह से योग भी छोड़ दिया अब शिव जी के नाम का जप चल रहा है अब आप सही मार्गदर्शन करें कि एक गुरुमंत्र में स्थापित करने के लिए मुझे करना पड़ेगा.
वहीँ महाराज ने कहा कि आप सही मार्ग पर चले तो आप भगवत प्राप्ति के लिए हो आप सबकुछ प्राप्त कर सकते हो ये शरीर सिर्फ थैले हैं महाराज ने कहा एक जगह लग जाओं और हम भगवन को जान जायेंगे. इसी के साथ महाराज ने कहा कि भगवत प्राप्ति से बड़ी सिद्धि कोई नहीं होती है. नाप जप करो सब कुछ प्राप्त हो जायेगा.
महाराज ने बताया कृष्ण नहीं हैं काले
इससे पहले श्री प्रेमानंद महाराज जी के दरबार में एक बालिका ने महाराज जी से सवाल किया कि राधा रानी गोरी और कृष्ण काले क्यों हैं? वहीं इस सवाल का जवाब देते हुए महाराज ने कहा कि कृष्ण काले नहीं है वो इतने सुन्दर है कि गोरी किशोरी जी भी उनके सामने छोकरी बनी हुई हैं और राधा इतनी गोरी है कि कृष्ण उनके छोकरी बनी हुई है. इसी एक साथ महाराज ने कहा कि दोनों एक-दूसरे के रंग में रंगें हुए हैं. वहीं महाराज जी ने ये भी कहा कि नाम जप करो और पता चला जायेगा कि श्याम कितने सुन्दर हैं.
राधा रानी के भक्त है महाराज जी
आपको बता दें, श्री प्रेमानंद महाराज जी खुद को राधा रानी का भक्त और उन्हें अपना ईश्वर मानते हैं. जहाँ महाराज जी सुबह 2 बजे उठकर वृंदावन की परिक्रमा बांके बिहारी जी, राधा वल्लब के दर्शन और परिक्रमा करते हैं तो साथ ही राधा रानी के नाम का सत्संग भी करते है और इन सत्संग में कई सारे अच्छी बातें भी बताते हैं. वहीं महाराज जी आम लोगों से भी मिलते हैं और उनके दर्शन करने के लिए कई लोग आते हैं साथ ही महाराज जी इन्हें सही दिशा में चलने का मार्ग बताते हैं.
Also Read- प्रेमानंद जी के सत्संग: वासना के खेल से कैसे बचा जा सकता है?.