राधा रानी के परम भक्त और उन्ही के नाम से सत्संग करने वाले श्री प्रेमानंद जी महाराज सत्संग के दौरान कई सारी अच्छी बातें बताते हैं. सत्संग के अलावा महाराज जी लोगों से भी मिलते हैं. वहीं इस बीच महाराज जी से मिलने आई एक महिला ने बच्चों को गरीब कहकर संबोधित किया जिसके बाद महाराज ने बताया कि गरीब कहना क्यों गलत है और गरीब कौन है.
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महाराज ने बताया गरीब कौन है और गरीब कहना क्यों है गलत
दरअसल, महिला ने महाराज जी से कहा कि मैं सहरनपुर से गरीब बच्चों को लेकर आई हूँ मैं एक टीचर हूँ. वहीं इस दौरान महाराज ने कहा कि बच्चों को गरीब कहने गलत है और आप उन्हें गरीब कहकर संबोधित करती है तो इससे उनका उत्साह नष्ट हो जाता है अगर आप इन बच्चों के दिलों में ऐसी शिक्षा भर दे तो इन्हें किसी के सहारे की जरूरत नहीं है.
महाराज ने ये भी कहा कि बच्चों को कभी नहीं कहना चाहिए हम गरीब है अगर आप ऐसा करती है तो इन बच्चों का दिल दुखेगा कि हमारा परिचय गरीब कहकर दिया जाता है. गरीब वो है जिसका चरित्र छिन गया है.
वहीं इससे पहले महाराज जी से मिलने आये एक शख्स ने सवाल किया था कि. कि हमारे के गाँव में रावण की पूजा होती है क्या ये सही है. वहीं महाराज ने इस बात का जवाब देते हुए कहा कि रावण कोई साधारण मनुष्य नहीं था वो भगवान का जय-विजय स्वरुप है लेकिन वो भगवान के विरुद्ध गया तब उसका नाश हो गया है. रावण भगवान शिव का परम भक्त है और शास्त्रों का विद्वान् हैं लेकिन वो चरित्रहीन हो गया और इस वजह से उसका नाश हुआ. इसी के साथ महाराज ने ये भी कहा कि जब रामायण की आरती करते हैं उसमें भी रावण का नाम शामिल है और इस दौरान उसकी भी पूजा हो रही है और अगर रावण के वंशज रावण की पूजा करते हैं तो कोई बात नहीं हम उसकी निंदा नहीं कर सकते हैं..
पॉलीसिस्टिक किडनी रोग पीड़ित हैं प्रेमानंद महाराज जी
आपको बता दें, श्री प्रेमानंद महाराज जी को पॉलीसिस्टिक किडनी रोग Ploycystic Kidney Disease है और इस वजह से उनकी दोनों किडनी खराब हो गयी. दोनों किडनी खराब होने की वजह से उन्हें डायलिसिस करवाना पड़ता है और इसके लिए काफी खर्चा होता है साथ उनके काफी पीड़ा भी होती है लेकिन 4 घंटे डायलिसिस करवाने के बाद महाराज जी राधा रानी की सेवा में लग जाते हैं.
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