वृन्दावन में रहने वाले श्री प्रेमानंद महाराज जी राधा रानी के परम भक्त हैं और उन्ही के नाम का सत्संग भी करते हैं. महाराज जी जहाँ अपने सत्संग में कई सारी अच्छी बातें बताते हैं. तो वहीं इसी बीच महाराज जी ने अपने सत्संग के दौरान बताया है कि एक आदर्श परिवार कैसा होना चाहिए?
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महाराज ने बताया कैसा होना चाहिए आदर्श परिवार
श्री प्रेमानंद महाराज ने सत्संग के दौरान कई सारी चीजों का जिक्र करते हुए कि बताया कि एक आदर्श परिवर वो है जो धर्म और सत्य के मार्ग पर चलता है जो अपने परिवार को बताए धर्म क्या है और धर्म के मार्ग पर चलने से क्या होता है. महाराज ने ये भी कहा कि जो गलत आचरण कर रहा है और परिवार के अन्य लोग भी ऐसे ही आचरण करते हैं वो आदर्श परिवार नहीं है.
महाराज जी से मिलने कई लोग आते हैं और महाराज जी इनका मार्गदर्शन करते हैं. वहीं महाराज जी से मिलने आये एक शख्स ने सवाल किया था कि परमार्थ मार्ग के पथिक की यात्रा अगर अधूरी रह जाती है तो क्या होगा? वहीं महाराज जी ने इस सवाल का जवाब देते हुए कहा कि परमार्थ मार्ग की यात्रा अधूरी होती ही नहीं है, महाराज ने कहा कि जैसे हम राधा नाम ले और प्राण निकल जाए तो समझ लो यात्रा पूरी हो गयी है. वहीं महाराज जी ने ये भी कहा कि नाम जप करो और इस बीच अगर मृत्यु हो जाती है तो समझ से भागवत प्राप्ति हो गयी है.
महाराज जी को रोज करवाना पड़ता है डायलिसिस
आपको बता दें, श्री प्रेमानंद महाराज जी को पॉलीसिस्टिक किडनी रोग Ploycystic Kidney Disease है और इस वजह से उनकी दोनों किडनी खराब हो गयी. दोनों किडनी खराब होने की वजह से उन्हें डायलिसिस करवाना पड़ता है और इसके लिए काफी खर्चा होता है साथ उनके काफी पीड़ा भी होती है लेकिन 4 घंटे डायलिसिस करवाने के बाद महाराज जी राधा रानी की सेवा में लग जाते हैं. महाराज जी सुबह 2 बजे उठकर वृंदावन की परिक्रमा करते हैं और उसके बाद बांके बिहारी जी, राधा वल्लब के दर्शन करते हैं साथ ही राधा रानी के नाम का सत्संग भी करते है और सत्संग में कई सारी अच्छी बातें भी बताते हैं.
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