Guru of Premanand ji Maharaj – वृंदावन समेत देश-विदेश में मशहूर प्रेमानंद महाराज जो राधा रानी की भक्ति करते हैं और हर समय उनकी जुबान पर राधा रानी का नाम होता है. श्री प्रेमानंद महाराज दिन-रात राधा की सेवा करते हैं और अपने सत्संग के जरिए वो मोक्ष प्राप्ति का ज्ञान भी देते हैं. प्रेमानंद माहराज जी ने दुनियाभर में अपने आशीष वचन और वीडियोज के जरिए दुनिया भर में पहचान बनाई है लेकिन क्या आप जानते हैं ये सब महाराज के गुरु के कारण हुआ है जिनके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं. वहीं इस पोस्ट के जरिए हम आपको श्री प्रेमानंद महाराज के गुरु के बारे में बताने जा रहे हैं.
Also Read- जानिए कैसे कर सकते हैं श्री प्रेमानंद महाराज जी से मुलाकात.
मोहित मराल महाराज जी हैं प्रेमानंद जी के गुरु
श्री प्रेमानंद महाराज के गुरु (Guru of Premanand ji Maharaj) वृंदावन के राधावल्लभ मंदिर के तिलकायत अधिकारी श्रीहित मोहित मराल महाराज जी है जिनके जरिए प्रेमानंद महाराज जी ने सत्य मार्ग पर चलते हुए भक्ति के रास्ता अपनाया है और प्रेमानंद जी से इनकी मुलाकात का किस्सा बड़ा रोचक है.
दरअसल, जब प्रेमानंद जी वाराणसी से वृंदावन आए थे, तब वो सुबह उठाकर सबसे पहले वृन्दावन की परिक्रमा करते थे साथ ही श्री बांकेबिहारी के दर्शन से करते थे. वहीं एक बार जब महाराज जी महाराज परिक्रमा कर रहे थे, तब उन्होंने एक महिला को संस्कृत के कुछ श्लोक गाते हुए सुना था लेकिन संस्कृत का ज्ञान होने के बावजूद उन्हें ये श्लोक समझ नहीं है और उन्होंने महिला से उस श्लोक का मतलब पूछा.
वहीं महिला ने जवाब में कहा कि यदि वह इस श्लोक को समझना चाहते हैं तो उन्हें राधावल्लभी बनना होगा।इसके बाद प्रेमानंद महाराज राधावल्लभ मंदिर पहुंचे और वहां उनकी मुलाकात मोहित मराल महाराज जी हुई। इसके बाद मोहित मराल महाराज ने प्रेमानंद महाराज का आदर सत्कार ग्रहण करने के बाद उनको एक शरणागत मंत्र के साथ दीक्षा भी दी और इस तरह से वृंदावन के राधावल्लभ मंदिर के तिलकायत अधिकारी श्रीहित मोहित मराल महाराज जी प्रेमानंद जी गुरु बन गए.
Guru of Premanand ji Maharaj – प्रेमानंद महाराज जी जब भी अपने गुरू से मिलते हैं तो अभी भी वे मोहित मराल महाराज जी को साष्टांग प्रणाम करते हैं, उनके पैर छूते हैं और उनसे आशीर्वाद भी लेते हैं और इस मुलाकात के कई सारे विडियो सोशल मीडिया पर हैं जिनमें देखा जा सकता है कि कैसे प्रेमानंद महाराज जी अपने गुरु से मुलाकात करते हैं और मोहित मराल महाराज जी उनका दुलार करते हैं.
वृंदावन के बड़े गुरुजी हैं मोहित मराल – Guru of Premanand ji Maharaj
मोहित मराल महाराज जी के अलावा गौरांगी शरण महाराज भी प्रेमानंद महाराज जी के गुरु है और लोग उन्हें बड़े गुरुजी के नाम से भी जानते हैं। कहा जाता है कि जब प्रेमानंद महाराज वृंदावन गए तो काफी कोशिश के बाद भी उन्हें वहां की रसोपासना समझ नहीं आती और इस तरह वो मायूस होकर गौरांगी शरण महाराज के पास पहुंचे तो उन्होंने उनके हाथ पर 3 उंगुली फेरते हुए कहा कि सब ठीक हो जाएगा। और इस तरह सब ठीक हो गया. गौरांगी शरण महाराज के आशीर्वाद से प्रेमानंद महाराज आज के समय में दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं.
Also Read- प्रेमानंद जी के सत्संग : महाराज ने बताया कि गरीब कौन है और गरीब कहना क्यों है गलत.