पश्चिम बंगाल के हुगली जिले में 16 फरवरी को हुई मासूम की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा दी है. 8 साल के मासूम श्रयांशु की निर्मम हत्याकांड में कई चौकाने वाले खुलासे हुए है. कोन्नशहर में हुई इस जघन्य वारदात में पुलिस का कहना है कि मासूम की हत्या में उसकी मां और मां की समलैंगिक पार्टनर शामिल थी. बच्चे को उनके संबंधों के बारे में पता चल गया था. इस बात से डरी मां और उसकी महिला पार्टनर ने मासूम की हत्या का प्लान बनाया और उसको खौफनाक मौत दी. आरोपी मां ने गणेश की वजनदार मूर्ति से मासूम के सर पर मार उसे बेहोश कर दिया. उसके बाद हाथों की नशों को चाकू से काट डाला, फिर चाकू के पूरा शरीर गोद डाला.
शादी से पहले से थे समलैंगिक संबंध
पुलिस ने बच्चे की मां शांता शर्मा और उसकी महिला पार्टनर इशरत परवीन को गिरफ्तार कर लिया है. श्रीरामपुर के डीसीपी अर्णव विश्वास ने मामले का खुलासा करते हुए मीडिया को बताया कि शांता और परवीन की शादी के पहले से ही दोस्ती थी, और उनके मध्य समलैंगिक संबंध थे. शादी हो जाने के बाद भी उनके रिश्ते पहले की तरह चलते रहे. शादी के कुछ महीने बाद ही परवीन ने अपने पति का घर छोड़ दिया था. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो शादी के बाद परवीन का कोई परिवार नही था और वह अकसर शांता के घर आ जाती थी. शांता का भी अपने पति के साथ रिश्ता ठीक नही था.
बदनामी के डर से कर दी बेटे की हत्या
पुलिस के मुताबिक दोनों ही परिवारों को उनके रिश्ते की जानकारी थी. दोनों का एक दूसरे के घर आना जाना था. देर रात तक फोन पर बात होती थी. शांता और परवीन के रिश्तों की भनक शांता के बेटे को थी. उन्हें डर था कि वह इस रिश्ते के बारे में किसी को न बता दे. उन्हें सामाजिक बदनामी का डर था, इसलिए उन्होंने मासूम को मारने का प्लान बनाया.
शांता ने अपने नाजायज रिश्तों को कायम रखने के लिए अपने ही बेटे को दर्दनाक मौत दी. पुलिस के अनुसार बच्चे को मारने वाली परवीन थी, शांता ने उसका मारने में सहयोग किया था. पुलिस को मिले सीसीटीवी फुटेज में स्पष्ट दिख रहा कि शांता ही मासूम को अपने साथ लेकर आई थी, जहां पर पहले से मौजूद परवीन उसका इंतजार कर रही थी.
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