Virdharam Siyol Net Worth: राजस्थान के बाड़मेर जिले में नशा तस्करी और अवैध संपत्ति को लेकर एक बड़ा मामला सामने आया है। यहां कुख्यात तस्कर विरधाराम सियोल की करोड़ों की संपत्ति जब्त करने के महज 19 घंटे बाद ही एक सड़क दुर्घटना में उसकी मौत हो गई। यह मामला पुलिस की ऐतिहासिक कार्रवाई और अपराध की दुनिया से जुड़े एक अहम घटनाक्रम के रूप में देखा जा रहा है।
नशा तस्करी से करोड़ों की संपत्ति, फिर पुलिस का शिकंजा- Virdharam Siyol Net Worth
बाड़मेर पुलिस ने 10 फरवरी 2024 को एनडीपीएस एक्ट 1985 की धारा 68एफ(2) के तहत कार्रवाई करते हुए विरधाराम की करोड़ों की संपत्ति जब्त की थी। पुलिस के मुताबिक, उसने नशे के अवैध कारोबार से अर्जित पैसे को सफेद करने के लिए वी.आर. सियोल कंस्ट्रक्शन कंपनी बनाई थी।
कल पूरे दिन चर्चा में रहे और आज दुनिया में भी नहीं रहे 😥😓VR SIYOL pic.twitter.com/CPBZbLPpGm
— vagaram_araba (@vagesh_araba) February 11, 2025
पुलिस ने जब्त की गई संपत्तियां:
– 2 करोड़ रुपये की तीन मंजिला कोठी
– 3 लग्जरी बसें
– 1 क्रेटा कार
– पत्नी के नाम पर बनी कंस्ट्रक्शन कंपनी
बाड़मेर पुलिस ने लगभग छह महीने की गहन जांच के बाद यह कार्रवाई की। पुलिस ने इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से ITR रिपोर्ट निकलवाकर विरधाराम की संपत्तियों की पड़ताल की। जांच में पता चला कि उसकी 5 संपत्तियों का कोई वैध स्रोत नहीं था। इसके बाद सक्षम प्राधिकारी और प्रशासक, NDPS एक्ट, नई दिल्ली ने संपत्ति को फ्रीज करने के आदेश दिए।
सड़क हादसे में मौत
जब्त संपत्ति के अगले ही दिन यानी 11 फरवरी 2024 की सुबह 5 से 7 बजे के बीच विरधाराम की स्विफ्ट कार कानपुर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसे में उसकी मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसके साथ यात्रा कर रहे अन्य लोग घायल हो गए।
कहा जा रहा है कि पुलिस कार्रवाई और व्यापार में भारी घाटे के कारण वह मानसिक रूप से बहुत परेशान चल रहा था। मामले की पूरी जांच अभी बाकी है।
कहां जा रहा था विरधाराम?
खबरों की मानें तो, वह अपने पूर्वजों का श्राद्ध करने बिहार के गया जा रहा था। इसी दौरान रास्ते में यह हादसा हुआ।
नशा तस्करी और अवैध कारोबार का जाल
विरधाराम सियोल 2012 से 2023 के बीच कुल 10 मामलों में आरोपी था।
मुख्य अपराध:
– एनडीपीएस एक्ट के तहत नशा तस्करी (डोडा-पोस्त, अफीम, और अन्य मादक पदार्थों की तस्करी)
– अवैध संपत्ति अर्जन (नशे के कारोबार से करोड़ों की कमाई)
– पत्नी के नाम से कंपनी बनाकर काले धन को सफेद करना
– मारपीट और हिंसा के मामले
– अवैध हथियार और चोरी की गाड़ियां रखने का अपराध
विरधाराम की तस्करी से अर्जित संपत्ति को 45 दिनों के लिए फ्रीज कर दिया गया है। अगर अपील खारिज होती है, तो यह संपत्ति सरकार के अधीन चली जाएगी और नीलामी के लिए रखी जा सकती है।
पुलिस की ऐतिहासिक कार्रवाई: ‘भौकाल अभियान’ की बड़ी सफलता
राजस्थान पुलिस ने पहली बार एनडीपीएस एक्ट 1985 की धारा 68एफ(2) के तहत किसी तस्कर की इतनी बड़ी संपत्ति जब्त की।
यह कार्रवाई आईजी विकास कुमार के नेतृत्व में चलाए जा रहे ‘भौकाल अभियान’ का हिस्सा थी, जिसका उद्देश्य नशा तस्करों पर कड़ा प्रहार करना है। पुलिस ने संदेश दिया है कि अब अवैध कारोबार से अर्जित संपत्ति को सुरक्षित रखना आसान नहीं होगा।
जनता की प्रतिक्रिया: तस्कर या समाजसेवी?
12 फरवरी 2024 को विरधाराम के अंतिम संस्कार में हजारों लोगों की भीड़ उमड़ी। कुछ लोगों का कहना था कि विरधाराम समाज में लोगों की मदद करता था। लेकिन पुलिस रिकॉर्ड बताते हैं कि वह अपराध की दुनिया का बड़ा नाम था। सोशल मीडिया पर उसके आलीशान घर, लग्जरी कारों और शानो-शौकत की तस्वीरें वायरल हो रही हैं।
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