आतंकियों के बढ़ते खतरे को देखते हुए हमेशा ही केंद्र सरकार की तरफ से सतर्कता बरती जाती रही है। तो वहीं दूसरी तरफ यूपी सरकार भी इसे लेकर बेहद गंभीर कदम उठाती रही है। आतंकियों के बढ़ते खतरे को देखते हुए UP Police में एक अलग तरह की कार्बाइन को शामिल किया गया है, जो कि प्रति मिनट 800 गोलियों को बरसा सकती है। इस पावरफुल कार्बाइन का नाम क्या है, काम क्या है और ये कितना हेल्पफुल होगा आतंकियों के बढ़ते खतरे को कम करने में ये सबकुछ जानते हैं…
मार्क अल्फा JVPC है यानी ज्वाइंट वेंचर प्रोटेक्टिव कार्बाइन है इस पावरफुल कार्बाइन का नाम। पुणे के DRDO के आयुध अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान ने जेवीपीसी के डिजाइन को क्रिएट किया। तो वहीं इसे बनाया गया है कानपुर की स्माल आर्म्स फैक्ट्री में। कानपुर की स्माल आर्म्स फैक्ट्री से सीतापुर डिस्ट्रिक्ट के यूपी पुलिस के आयुध भंडार 105 कार्बाइन पहले स्टेप में भेज दिया गया है तो वहीं जल्दी ही ये कार्बाइन अलग अलग जिलों में भेज दी जाएगी।
स्प्रिंग मैकेनिज्म सिस्टम पर बेस्ड ये JVPC 5.56 mm की लेटेस्ट कार्बाइन है जिसकी खूबी ये है कि ये सटीक निशाना देती है, ये फायरिंग के दौरान रुकती नहीं और ना तो फंसती है। इसे CRPF, ITBP, CISF और BSF भी यूज में ला रहा है। नक्सली एरिया वाले छत्तीसगढ़ में भी मार्क अल्फा जेवीपीसी कार्बाइन पुलिस को देने के लिए बात हो रही है।
3 किलोग्राम एक हल्की कार्बाइन है मार्क अल्फा जेवीपीसी, जो एक बार में सबसे ज्यादा फायरिंग कर पाने वाली कार्बाइन है। इससे नाइट विजन कैमरे को भी अटैच किया गया ताकि रात के वक्त भी 200 मीटर तक बेहद सटीक निशाना साधा जा सके। इसमें मैनुअल और ऑटोमेटिक दोनों ही मोड की फायरिंग की सुविधा दी गई है। इसमें 30 कारतूस की मैगजीन एक बार में लोड की जा सकती है, जो स्टील भेदने में भी बिल्कुल एबल हैं और एक खास बात इसकी ये भी है कि गैस ऑपरेटेड होने से बैरल काली नहीं पड़ती फायरिंग करने के बाद भी।