उत्तर प्रदेश की सरकार हमेशा ही अपराध और अपराधियों पर कड़े प्रहार करने के लिए जानी जाती है तो वहीं दूसरी तरफ अगर बात करें प्रशासनिक स्तर पर कार्रवाई की तो इस स्तर पर पूरी जिम्मेदारी प्रशासनिक अधिकारियों पर आ जाती है। ऐसे में इस जिम्मेदारी को उत्तर प्रदेश के अलग अलग जिलों में तैनात आलाअधिकारी बखूबी निभाते दिख रहे हैं। सहारनपुर जिले को ही देख लीजिए जहां तैनात आईपीएस ऑफिसर आकाश तोमर से अपराधी खौफ खाने को मजबूर हैं। आईपीएस आकाश तोमर ने जिले के हित में क्या एक्शन लिया है और क्यों यहां अपराध करने वालों के होश उड़े हुए हैं इस पर गौर करेंगे लेकिन उससे पहले आपको ये जान लेना चाहिए कि ऑफिसर तोमर जिस भी जिले में तैनात होते हैं वहां पर अपराध और अपराधियों का अंत तय होता है। ऑफिसर तोमर ने जिस जिले की जिम्मेदारी ली है उस जिले को नशा मुक्त कराया है। और अब जब ऑफिसर तोमर सहारनपुर जिले के एसएसपी हैं तो यहां भी अपराधियों के हौसले पस्त हैं।
नशाखोरी के खिलाफ SSP आकाश तोमर का सख्त एक्शन !
नशाखोरी की जब भी बात होती है तो जिक्र होता है पंजाब का जोकि नशाखोरी से बुरी तरह से जूझ रहा है ऐसे में पंजाब का उदाहरण लेकर ही देखें तो ऑफिसर तोमर सहारनपुर जिले को उड़ता पंजाब बनने से रोकने में लग गए हैं और इसी के तहत बड़ा एक्शन लिया गया है। जिसके तहत फिर से एसएसपी के निर्देश पर पुलिस ने मुठभेड़ के जरिए बड़ा एक्शन लिया है नशा तस्करों के खिलाफ। इतना ही नहीं पुलिस को इसमें कामयाबी भी हाथ लगी है। जिसमें सरसावा पुलिस साथ ही साथ क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम की तरफ से नशीले पदार्थ बरामद किए गए। इस दौरान 1 करोड़ की 566 ग्राम स्मैक को जब्त किया गया और एक महिला समेत 3 तस्करों को अरेस्ट कर लिया गया। गिरफ्तार तस्करों के पास से 2 मोबाइल फोन, 1 टाटा जैस्ट कार और अवैध हथियार और कारतूस भी पुलिस ने बरामद कर लिया है।
गिरफ्तारियों को कैसे अंजाम दिया गया ?
ये भी जानना चाहिए कि आखिर कैसे पुलिस ने इस मिशन के तहत आरोपियों को अरेस्ट किया। एसएसपी आकाश तोमर ने इस पूरी कार्रवाई को लेकर जानकारी साझा करते हुए बताया कि सरसावा पुलिस और क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने नशा तस्करों के अगेंट्स चलाए जा रहे धड़पकड़ अभियान में पुलिस अधीक्षक ग्रामीण इसके साथ ही क्षेत्राधिकारी नकुड की अगुआई में चेकिंग करते हुए देहरादून-अंबाला हाइवे रोड़ पर जो अंडर पास बना है उसके पास झबीरन गांव की सर्विस रोड से देखा गया कि आरोपी नशा तस्कर आ रहे हैं और फिर जब पुलिस ने उनको रुकने को कहा तो पुलिस को देखते ही आरोपी तस्कर भागने लगे। पुलिस ने बिना देरी सभी को धर लिया। इस मामले में फिलहाल 3 गिरफ्तारियां हुई हैं। तीनों आरोपी नशे की खेप शहर में घुसकर बेचने की कोशिश में लगे थे पर पुलिस ने ऐसा एक्शन लिया कि तीनों आरोपियों को रंगे हाथ पकड़ लिया और उनके पासे नशीले पदार्थ और हथियार भी बरामद कर लिए।
पूछताछ में आरोपियों ने क्या बताया?
पूछताछ के बाद तीनों गिरफ्तार आरोपियों के बारे में बताया जा रहा है कि ये लोग बरेली जिले के रहने वाले हैं और काफी वक्त से स्मैक की तस्करी पश्चिम उत्तर प्रदेश में कर रहे थे। वह सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, मेरठ, शामली समेत कई जिलों में स्मैक की सप्लाई करते हैं। हरियाणा राज्य के यमुनानगर पानीपत हिसार इसके अलावा पंजाब के भी कई जिलों में भी ये आरोपी स्मैक की सप्लाई किया करते है। पकड़े गए आरोपियों के दो साथी फिलहाल फरार है जो कि सरसावा थाना एरिया के झबीरण गांव के रहने वाले हैं। खैर एसएसपी ने सरसावा पुलिस और क्राइम ब्रांच की संयुक्त दोनों टीमों को इस कामयाबी के लिए 25 हजार का इनाम दिया है।