UP News: उत्तर प्रदेश के खुखुंदू थानाक्षेत्र के बरवा उपाध्याय गांव में एक मामूली विवाद ने अब तक दो लोगों की जान ले ली और पूरे गांव में तनाव का माहौल बना हुआ है। छह दिन पहले तेज रफ्तार बाइक चलाने से रोकने को लेकर हुए विवाद के बाद हुई मारपीट में घायल कबाड़ व्यवसायी तारकेश्वर गुप्ता ने भी बुधवार को लखनऊ के एसजीपीजीआई अस्पताल में दम तोड़ दिया। इससे पहले उनके चचेरे भाई दिनेश गुप्ता की भी मौत हो चुकी थी।
घटना के बाद से गांव में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। ग्रामीणों में आरोपियों की गिरफ्तारी न होने को लेकर भारी आक्रोश है। वहीं, एसपी की पहल पर तीन आरोपियों के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया है, जिससे उनके विदेश भागने की आशंका जताई जा रही है। वहीं, मुख्य आरोपी मुकेश यादव को पुलिस एनकाउंटर में गोली लगी, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अब तक चार आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
कैसे हुआ पूरा विवाद? (UP News)
6 फरवरी की शाम को बरवा उपाध्याय गांव में विनय यादव नामक युवक तेज रफ्तार से बाइक चला रहा था। जयप्रकाश गुप्ता ने बाइक धीरे चलाने की सलाह दी, लेकिन इससे विनय यादव और उसके परिवार को गुस्सा आ गया। बात बढ़ते-बढ़ते झगड़े में तब्दील हो गई और आरोपियों ने लाठी-डंडे, सरिया, हाकी व पाइप से हमला बोल दिया।
हमले में घायल लोगों की स्थिति
- 50 वर्षीय दिनेश गुप्ता पुत्र हरिवेलास गुप्ता की मौके पर ही हालत गंभीर हो गई थी और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
- 45 वर्षीय तारकेश्वर गुप्ता, जो लखनऊ के निजी अस्पताल में भर्ती थे, भी गंभीर चोटों के कारण बुधवार को दम तोड़ गए।
- पुलिस ने विनय यादव, विशाल यादव, मुकेश यादव, मनीष यादव और उनके पिता रामगणेश यादव समेत अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
मुख्यमंत्री के आदेश पर इलाज, लेकिन बचाई नहीं जा सकी जान
घटना के बाद घायल तारकेश्वर गुप्ता को लखनऊ के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लेकिन जब उनकी हालत बिगड़ने लगी तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उन्हें एसजीपीजीआई, लखनऊ में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
घटना के बाद परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है। घर में मौजूद मां सुशीला देवी, बहन लक्ष्मीना देवी और उनके बेटे विवेक, आदित्य, रविंद्र दहाड़ मारकर रो रहे हैं। पत्नी लक्ष्मी देवी लखनऊ में उनके इलाज के दौरान उनके साथ थीं।
गांव में भारी पुलिस बल की तैनाती, लोग डरे-सहमे
जैसे ही तारकेश्वर गुप्ता की मौत की खबर गांव पहुंची, प्रशासन ने गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया। पीएसी और पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है, ताकि किसी भी तरह की हिंसा न हो।
- स्वजन आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और फांसी की सजा की मांग कर रहे हैं।
- गांव में तनाव और शोक का माहौल बना हुआ है।
- घटना के बाद से गांव में किसी ने खाना तक नहीं खाया, घरों में चूल्हे तक नहीं जले।
गांव में भारी पुलिस बल की तैनाती, आरोपी का एनकाउंटर
तारकेश्वर गुप्ता की मौत की खबर मिलते ही प्रशासन ने गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया। बुधवार को पुलिस ने मुख्य हत्यारोपी मुकेश यादव का एनकाउंटर कर दिया।
- एनकाउंटर में आरोपी को गोली लगी और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।
- पुलिस के मुताबिक, मुकेश यादव को मेडिकल के लिए ले जाया जा रहा था, इसी दौरान उसने भागने की कोशिश की।
- पुलिस ने उसे रुकने के लिए कहा, लेकिन वह फरार होने लगा, जिसके चलते पुलिस कार्रवाई में उसे गोली लगी।
चार आरोपी गिरफ्तार
अब तक चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है:
– रामगणेश यादव
– मनीष यादव
– मुकेश यादव (एनकाउंटर में घायल)
– अनिल यादव निवासी पोखरभिंडा, रामपुर कारखाना, जनपद देवरिया
गांव में पसरा सन्नाटा, लोग डर के साए में जी रहे
बरवा उपाध्याय गांव में पिछले एक हफ्ते से सन्नाटा पसरा हुआ है। लोग अपने घरों में कैद हो गए हैं।
- बच्चे घर से बाहर खेलने तक नहीं निकल रहे।
- लोग घटना पर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं, सिर्फ पुलिस की गतिविधियों को देख रहे हैं।
- ग्रामीणों में डर और दहशत का माहौल बना हुआ है।