राजस्थान के उदयपुर में कन्हैया लाल मर्डर केस में बड़ा खुलासा हुआ है। जांच में पता लगा है कि आरोपी मोहम्मद गौस मर्डर को तामील करने से पहले पाकिस्तान ट्रेनिंग के लिए गया था। इस केस में मौलानाओं समेत वकीलों के शामिल होने की बात भी सामने आई है।
दरअसल, NIA की जांच में खुलासा हुआ है कि मोहम्मद गौस हत्याकांड को अंजाम देने से पहले पाकिस्तान गया था। वहां आरोपी ट्रेनिंग लेने पहुंचा था। मोहम्मद गौस के अलावा वसीम अत्तारी और अख्तर रजा भी पाकिस्तान गए थे। NIA ने इन तीनों को ही हिरासत में लिया है। उदयपुर के दो मौलानाओं रियासत हुसैन और अब्दुल रज्जाक ने दावत-ए-इस्लामी की ट्रेनिंग के लिए कन्हैया लाल के हत्या के आरोपी मोहम्मद गौस को पाकिस्तान भेजा गया था। इसके अलावा दो वकीलों के भी शामिल होने की जानकारी मिली है।
हत्याकांड को अंजाम देने से पहले हुई थी बैठक
जानकारी के मुताबिक, आरोपियों की मीटिंग हुई थी। उनकी इस मीटिंग में मोहम्मद गौस, रियाज जब्बार, मोहसिन और आसिफ मौजूद थे। कन्हैया लाल के मर्डर की पूरी प्लानिंग टेलर की शॉप से 500 मीटर की दूरी पर मोहसिन की दुकान और पड़ोस में ही रहने वाले आसिफ के कमरे पर की गई थी।
ATS ने दो और आरोपियों को किया गिरफ्तार
उदयपुर केस में चारों आरोपियों की शनिवार को अदालत में पेशी हुई। इसमें से दो आरोपियों मोहम्मद गौस और रियाज जब्बार को पहले ही पुलिस गिरफ्तार कर चुकी थी। बाद में राजस्थान की एटीएस ने शुक्रवार को दो और आरोपियों को धर दबोचा। आरोपियों की पहचान मोहसिन और आसिफ के तौर पर हुई है।
दोनों आरोपी मर्डर और हथियार बनाने में थे शामिल
एनआईए की जांच में जानकारी मिली है कि बाद में पकड़े गए दोनों आरोपी मोहसिन और आसिफ मर्डर केस और हथियार बनाने में शामिल थे। नुपुर शर्मा के बयान का समर्थन करने को लेकर रियाज और गौस ने पहले से ही कुछ बड़ी प्लानिंग को अंजाम देने की ठान ली थी। दोनों आरोपी पहले से ही टेलर की गली में आना-जाना कर रेकी कर चुके थे।
ये है मामला
बता दें कि उदयपुर में 28 जून को टेलर कन्हैया लाल की हत्या धारदार हथियार से गला रेतकर कर दी गई। हत्या की जिम्मेदारी दोनों आरोपी मोहम्मद गौस और रियाज जब्बार ने वीडियो जारी कर ली। उन्होंने वीडियो में कहा कि इस हत्या को अंजाम इस्लाम के अपमान का बदला लेने के लिए की गई है।