राजस्थान के उदयपुर में एक युवक की दिनदहाड़े हत्या के बाद पूरे देश में उबाल है। इस दिल दहला देने वाली घटना के बाद राजस्थान में पुलिस की तैनाती की गई है। एहतियात के तौर पर कई जगह 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई है। एक महीने के लिए धारा 144 लागू किया गया है।
टेलर कन्हैयालाल की निर्मम हत्या के बाद प्रदेश में धारा 144 लागू की गई। कई जगह कर्फ्यू लगाया गया है। इसके बावजूद बीजेपी ने बंद बुलाया है। मृतक टेलर कन्हैयालाल साहू का पोस्टमार्टम हो चुका है। वहीं अंतिम संस्कार से पहले मृतक का शव उनके घर ले जाया गया है।
जाहिर है कि हत्या के आरोपियों गौस मोहम्मद और रियास जब्बार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों से पूछताछ के लिए NIA और SIT की टीम उदयपुर पहुंच चुकी है। जानकारी के मुताबिक इस केस की जांच का जिम्मा NIA उठा सकती है।
इस घटना को लेकर तमाम नेताओं के बयान सामने आए है जो इसे निंदनीय बता रहे है।
‘जघन्य हत्या से मैं बेहद स्तब्ध हूं’- राहुल गांधी
घटना को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा- ‘उदयपुर में हुई जघन्य हत्या से मैं बेहद स्तब्ध हूं। धर्म के नाम पर बर्बरता बर्दाश्त नहीं की जा सकती। इस हैवानियत से आतंक फैलाने वालों को तुरंत सख़्त सज़ा मिले। हम सभी को साथ मिलकर नफ़रत को हराना है। मेरी सभी से अपील है, कृपया शांति और भाईचारा बनाए रखें’।
अशोक गहलोत ने घटना की कड़ी निंदा की
उदयपुर घटना पर सीएम अशोक गहलोत ने भी कड़ी निंदा की है। सीएम अशोक गहलोत ने कहा- ‘घटना बहुत बड़ी है, जघन्य है, मैंने कल भी कहा कि जितनी निंदा करें उतनी कम है। और हमने इसीलिए एसआईटी गठित की है, एसआईटी ने अपना काम शुरू कर दिया है कल रात से ही, जयपुर पहुंचते ही लॉ एन्ड ऑर्डर को लेकर मीटिंग कर रहे हैं’।
ओवैसी ने घटना की निंदा की
AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी इसकी कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि किसी को कत्ल करने की इजाजत नहीं है कानून में, कोई किसी को नहीं मार सकता। हम कानून को अपने हाथ में नहीं ले सकते।
उदयपुर घटना में कब क्या हुआ, आइए आपको इसकी पूरी जानकारी देते है।
दरअसल, 18 जून को नुपूर शर्मा के समर्थन में मृतक के 8 साल के बेटे ने Whatsapp पर स्टेटस डाला था। इस पोस्ट के बाद ही उन्हें लगातार धमकियां मिल रही थी। ऐसे में मृतक को लगने लगा था कि उसकी हत्या कर दी जाएगी। पोस्ट को लेकर सोशल मीडिया पर लोग उन्हें जान से मारने की बात कह रहे थे, इसके डर से मृतक कन्हैयालाल ने पुलिस से मदद की अपील की थी। जानकारी ये भी मिली है कि कन्हैयालाल ने 6 दिन तक दुकान भी नहीं खोली। उधर, पुलिस ने दावा किया है कि दोनों पक्षों के बीच बातचीत के बाद सहमति बन गई थी।
हालांकि इसके बाद भी 28 जून को तकरीबन दोपहर 3 से साढ़े 3 बजे के बीच में आरोपी कन्हैयालाल की दुकान में पहुंचे। आरोपियों ने कपड़े सिलवाने का नाप देने के बहाने बातों में उलझाने लगे। जैसे ही कन्हैयालाल नाप लेने के लिए मुड़े आरोपियों ने धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी।
कन्हैयालाल के मौत की खबर फैलने के बाद गुस्साए लोग सड़कों पर उतर आए। घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को एमबी हॉस्पिटल के शवगृह में रखवाया। वहीं उदयपुर में माहौल बिगड़ने के बाद इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया गया। उदयपुर के सात थाना क्षेत्र में आवागमन बंद करने के बाद कर्फ्यू लगा दिया गया। इसके अलावा नाकाबंदी की गई, जिसमें दोनों आरोपियों को धर दबोच लिया गया। दोनों आरोपी गौस मोहम्मद और रियास जब्बार बाइक से भाग रहे थे। अब दोनों आरोपियों से SIT और NIA की टीम सख्ती से पूछताछ कर रही है। इसके अलावा दोनों के इस्लामिक संगठन दावत-ए-इस्लामिक के साथ तार जुड़े होने की भी खबर है। हालांकि अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है।