जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में फिर आतंकियों ने टारगेट किलिंग (Target Killing) की घटना को अंजाम दिया। दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के पंपोर इलाके में 50 वर्षीय पुलिस सब-इंस्पेक्टर (SI) फारूक अहमद की आतंकियों ने गोलियों मारकर हत्या कर दी। उनका शव गोलियों से छलनी मिला है। सुरक्षाबलों ने आतंकियों की तलाश शुरू कर दी है। सब-इंस्पेक्टर फारूक अहमद मीर पर हमला शुक्रवार देर शाम को पंपोर इलाके के संबूरा में हुआ। फारूक आह मीर का शव उनके घर के पास धान के खेतों में मिला। सब-इंस्पेक्टर की हत्या पर अधिकारियों ने बताया कि सब इंस्पेक्टर मीर सीटीसी लेथपोरा में आईआरपी 23वीं बटालियन में तैनात थे। शुक्रवार की रात वह घर पर सो रहे थे, तभी कुछ नकाबपोश आतंकी उनके घर घुसे और ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर भाग निकले।
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्राथमिक जांच में पुलिस ने जानकारी दी है कि फारूक अहमद का पहले अपहरण किया गया और फिर खेत में ले जाकर गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इन दिनों कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ सेना जबरदस्त कार्रवाई कर रही है।
पहले भी आतंकी कई टारगेट किलिंग कर चुके हैं
जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के कुलगाम जिले में बीते 2 जून को आतंकवादियों ने एक बैंक मैनेजर विजय कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस घटना ने भी सनसनी फैला दी थी। आतंकियों ने बैंक के अंदर घुसकर बैंक मैनेजर को निशाना बनाया था। बैंक मैनेजर की हत्या से दो दिन पहले ही आतंकियों ने 31 मई को जम्मू रीजन के सांबा जिले की रहने वाली हिंदू टीचर रजनी बाला की कुलगाम के सरकारी स्कूल में गोली मारकर हत्या कर दी। इससे पहले 12 मई को बडगाम जिले के तहसीलदार कार्यालय में घुसकर क्लर्क राहुल भट को गोली मार दी गई थी। एक महीने में आतंकियों ने कश्मीर में 8 टारगेट किलिंग को अंजाम दिया है। आतंकी टिक-टॉक स्टार की भी कर चुके हैं हत्या। हालांकि सेना ने सर्च अभियान चलाकर इन हत्याओं में शामिल आतंकियों को मुठभेड़ के दौरान मार गिराया। इस पूरे साल में अभी तक सुरक्षाबलों ने 100 से ज्यादा आतंकियों को ढेर किया है। इस प्रकार देखा जाएं तो बीते महीने मई में आतंकियों ने सात लोगों की लक्षित हत्याएं की हैं। घटना के बाद कश्मीर से लेकर जम्मू तक जबर्दस्त विरोध प्रदर्शन हुए हैं। इसी महीने हुई सात Target Killing में तीन पुलिस वाले भी हैं।