लड़की पहिये में फसी थी और कार ने लिया यू-टर्न, फिर 4 किलोमीटर तक लड़की को घसीटती रही चलती कार…
जहां पूरा देश नए साल का जश्न मना रहा था वहीं देश की राजधानी दिल्ली में निर्भया जैसी एक दरिंदगी को अंजाम दिया गया. दरअसल, दिल्ली के सुल्तानपुरी (Sultanpuri Accident) से रविवार को एक ऐसा दर्दनाक मामला सामने आया जिससे सबकी रूह एक बार फिर कांप गई. एक युवती का नग्न अवस्था में शव मिलने से हड़कंप मच गया तो पूरी दिल्ली एक बार फिर दहल गई. जब तक पुलिस मौके पर पहुंची तब तक बॉडी क्षत-विक्षत चुकी थी.
पुलिस को 2 कॉल आई लेकिन…
दरअसल 1 जनवरी (January) की सुबह करीब 3:30 बजे दिल्ली पुलिस को एक कॉल आता है जिससे उन्हें यह सूचना (Information) मिलती है कि किसी कार के पीछे लाश लटकी हुई है. चश्मदीद ने बताया कि ग्रे कलर की बलेनो (Baleno) गाड़ी जो कुतुबगढ़ (Kutubgarh) की तरफ जा रही थी उसमें एक मृत शरीर (Dead Body) बंधी है,जो नीचे लटकी हुई है और कार चलती जा रही है. इसके बाद पुलिस (Police) को लगभग 4:00 बजे के बाद एक और कॉल (Call) आया इसमें बताया गया कि एक लड़की का शव नग्न अवस्था में मिला है. पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए संजय गांधी मेमोरियल हॉस्पिटल (Sanjay Gandhi Memorial Hospital) में भेज दिया .
चश्मदीद ने खोले कई राज़
इस पूरे मामले में एक चश्मदीद सामने आया है जिसने दावा किया है कि पुलिस ने इस केस में कोई भी दिलचस्पी नहीं दिखाई। दीपक (Deepak) का कहना था कि वो लगभग सुबह 3:15 के करीब दूध की डिलीवरी (Delivery) का इंतजार कर रहा था तभी उन्होंने एक कार को आते देखा पीछे के पहिए से जोर की आवाज आ रही थी जब उन्होंने आगे का मंजर देखा तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। दीपक नाम के युवा ने यह दावा किया कि उसने ही पुलिस को कार के पीछे शव लटकने के बारे में सूचना दी थी हादसे के बाद लगभग सुबह 5:00 बजे तक वह पुलिस के संपर्क में रहा कोई मौके पर नहीं आया. दीपक ने कहा कि उसने बेगमपुर (BegumPur) तक बलेनो कार का पीछा किया। चस्मदीद का आरोप है कि पीसीआर (PCR) वैन में मौजूद पुलिस ने रिस्पांस नहीं दिया और इस केस के बारे में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। दीपक का दावा है कि शव के उलझने तक कार इधर-उधर दौड़ती रही. शव को गिराने के बाद आरोपी मौके से भाग गए और कार सामान्य गति में थी, देखने से लग रहा था कि वह होश में है.
पुलिस ने क्या कहा ?
डिप्टी पुलिस कमिश्नर हरेंद्र कुमार सिंह (Deputy Police Commissioner Harendra Kumar Singh) ने बताया कि पीड़िता का पैर कार के एक पहिए में फंस गया और उसे करीब 4 किलोमीटर तक घसीटा गया उन्होंने बताया कि इस मामले में दीपक खन्ना (Deepak Khanna), अमित खन्ना (Amit Khanna), कृष्ण (Krishan), मिथुन (Mithun) और मनोज मित्तल (Manoj Mittal) के खिलाफ आईपीसी (IPC) की धारा 209 जो कहता है कि तेजी से गाड़ी चलाना और 304A लापरवाही से मौत यानी कि किसी व्यक्ति की आप अपनी लापरवाही की वजह से जान ले लेते हैं इन दोनों धाराओं के तहत मामला दर्ज कर दिया गया है यह चारों ही आरोपी अलग-अलग प्रोफेशन में काम करते हैं सूत्रों का दावा है कि आरोपियों को नहीं पता था कि उनकी कार से पीड़िता फंसी हुई है हां जब उन्हें पता चला कि कोई उनकी कार में फंसा हुआ है तो वह सब निकल कर भाग गए पुलिस की तहकीकात के मुताबिक पीड़िता महिला, शादी और अन्य कार्यक्रम में पार्ट टाइम काम करती थी जब ऐसे ही एक इवेंट से वह वापस लौट रही थी तो उसका एक्सीडेंट (Accident) हो गया.
पुलिस (Police) ने दावा किया है कि यह मामला रेप का नहीं है पुलिस का कहना है कि पीड़िता से रेप और मर्डर का गलत दावा किया जा रहा है उन्होंने बताया कि पुलिस ने जब कार को ट्रैक (Track) किया तो उसके मालिक से पता चला कि सुल्तानपुरी (SultanPuri) के एरिया में हमारी कार का भयंकर एक्सीडेंट हो गया है जिसमें पीड़िता 24 साल की महिला है कार के साथ खदेड़ते चली गई, बाद में जब कार सवारों को एहसास हुआ कि कोई उनकी कार में फंसा हुआ है और उस महिला की मौत हो चुकी है तो उन्होंने शव को निकाला और बाहर फेंक दिया यह कोई मर्डर (Murder) या रेप (Rape) का मामला नहीं है यह एक गंभीर एक्सीडेंट का मामला है 5 लड़कों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
पीड़िता का परिवार…
परिवार ने बहुत बड़ा आरोप लगाया है दरअसल पीड़िता (Victim) का परिवार अमन विहार (Aman vihar) का रहने वाला है पीड़िता की मां ने बताया कि बेटी घर से अकेली कमाने वाली थी पिता का 8 साल पहले ही निधन हो गया था घर में दो और बहने हैं दो छोटे भाई भी है एक बड़ी बहन की शादी हो गई है 31 दिसंबर की शाम करीब 6:00 बजे उनकी बेटी घर से यह कहकर निकली थी कि उसे पार्टी इवेंट (Party Event) का कोई काम है रात के लगभग 9:00 बजे पीड़िता ने घर पर फोन करके कहा कि रात का काम है इसलिए अब सुबह तक ही आ पाएगी अभी काम खत्म नहीं हुआ है उन्होंने लगभग 10:00 बजे एक बार फिर अपनी बेटी को कॉल किया लेकिन फोन बंद जा रहा था जिसकी वजह से संपर्क नहीं हो पाया। पीड़िता के मामा ने कहा कि मैं पुलिस की कार्यवाही से सहमत नहीं हूं डीसीपी (DCP) ने कहा था कि आरोपी लड़कों ने कुछ गलत नहीं किया है. इतना बड़ा हादसा होने के बाद कुछ गलत नहीं किया। ये केस निर्भया से मिलता जुलता है हम 100% कह सकते हैं कि बेटी के साथ गलत हुआ है स्कूटी कहीं मिली है और बॉडी किसी दूसरी जगह से बरामद की गई है पोस्टमार्टम रिपोर्ट (Post-Mortem Report) आने में देर लगेगी और इसी बीच कार्रवाई में भी ढिलाई हो रही है.