डॉक्टर… ये शब्द हम जैसे ही सुनते हैं, हमारे दिमाग में सबसे पहले एक ऐसी शख्स की छवि आती है, जो लोगों का इलाज करता हैं, उनकी जान बचाता हैं। डॉक्टरों को भगवान का रूप भी कहा जाता हैं। लेकिन कई दफा ऐसी घटनाएं सामने आ जाती है जिसे जानकर होश उड़ जाते हैं। कुछ ऐसी घटनाएं सामने आती है, जिससे पूरा का पूरा नजरिया ही बदल जाता है। कुछ ऐसी कहानी है सीरियल किलर ‘डॉक्टर डेथ’ की जिसको जानेंगे तो आपके होश उड़ जाएंगे।
डॉक्टर डेथ के नाम से मशहूर
वो महिलाओं को जिंदा दफन करता था, वो महिलाओं के शव के कब्रों के ऊपर नारियल का पेड़ लगाता था। वो था तो डॉक्टर, लेकिन वो बेहद क्रूर था। पुणे से करीब सवा सौ किलोमीटर दूर स्थित है सतारा जहां पर सामने आई एक ‘डॉक्टर डेथ’ की कहानी ने पुलिस के होश उड़ा दिए। डॉक्टर ने जब पुलिस को अपनी क्रुरता के बारे में एक-एक कर बताना शुरू किया, तो पुलिसवालों की पैरो तले जमीन खिसक गई। उसने बताया था कि वो करीब पांच औरतों को दफन कर चुका है वो भी जिंदा और उनकी कब्र के ऊपर एक नारियल का पेड़ लगा चुका है। जब नारियल का पेड़ हटाकर खुदाई हुई तो पुलिस ने कंकाल को बरामद कर लिया।
कुछ ऐसी खुली थीं सनकी डॉक्टर की पोल
इस सनकी डॉक्टर का नाम है संतोष पोल और इसकी किलिंग की सनक का पर्दाफाश हुआ साल 2016 में, लेकिन उसकी सनक पिछले करीब 13 सालों से जारी थी। सतारा के वेलम गांव में कुछ ऐसा हो रहा था कि आंगड़बाड़ी कार्यकर्ता मंगला जेधे एकाएक अचानक गायब हुई, जिसकी फैमिली ने शिकायत पुलिस को की और शक संतोष पोल पर किया था। संतोष पोल भ्रष्टाचार विरोधी वर्कर के तौर पर पहचान रखता था, तो ऐसे में सीधे पुलिस हाथ डालने से बच रही थी।
शिकायत के बेस पर संतोष को थाने पूछताछ के लिए पुलिस ने ले आई, लेकिन सबूत नहीं था तो उसे छोड़ दिया गया और फिर पुलिस ने जांच को आगे बढ़ाते हुए मंगला के फोन की लोकेशन से पता लगाया। उसका मोबाइल फोन डॉक्टर संतोष पोल की प्रेमिका के पास था, जिसका नाम ज्योति था। ऐसे में अब पुलिस के पास पक्का सबूत था तो वो डॉक्टर की प्रेमिका ज्योति को पूछताछ के लिए बुलाया। ज्योति के मुताबिक डॉक्टर ने मंगला को मार डाला था और फार्महाउस में उसके शव को दफना दिया था।
पुलिस ने ज्योति की बताई जगह जाकर एक कंकाल बरामद किया। पता लगाने पर पाया गया कि वो कंकाल मंगला का ही था। संतोष को इन सारी बातों का पता लग चुका था, तो ऐसे में में वो मुंबई से भाग गया, लेकिन फिर भी उसे अरेस्ट कर लिया गया। आरोपी ने कड़ी पूछताछ में बताया कि उसने पांच महिला और एक पुरुष को मौत के घाट उतारा है। महिलाओं के शव तो पुलिस बरामद कर लिया, लेकिन पुरुष की हत्या के बाद शव को आरोपी ने नदी में फेंक दिया था। ऐसे में पुरुष का शव नहीं मिला।
शव से बदबू ना आए इसलिए…
संतोष ने पूछताछ में रोंगटे खड़े कर देने वाली बातें बताई। उसने पुलिस को बताया कि वो एक नशे का इंजेक्शन देता था महिलाओं को और फिर उनका शव अपने फार्महाउस में दफना करता था। शव सड़ने की बदबू के बारे में पता ना चले इसके लिए वो फार्म हाउस में कुछ मुर्गियां पालता था। लाशों के साथ साथ डॉक्टर के घर से कई और चीजें जैसे कि ईसीजी मशीन, दवाएं और आरटीआई के पेपर मिले, जिससे वो भ्रष्टाचार के केसेज के बारे में पता लगाता था। जिससे कि उसी हत्या करने की सनक को वो सोशल वर्कर के तौर पर छुपा सके।