उत्तर प्रदेश के बस्ती में STF के हाथों में बड़ी कामयाबी लगी है। STF की टीम ने 7 दिनों में किडनैप हु ए एक बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया है। अपहरण करने वाले लोगों ने बच्चे को गोरखपुर के एक कमरे में बंद करके रखा था। इसके साथ ही 50 लाख की फिरौती भी मांगी गई थी। अब एक हफ्ते के बाद STF ने बच्चे को बरामद कर लिया और दो अपहरणकर्ताओं को भी गिरफ्तार किया है।
STF की तरफ से इस पूरे ऑपरेशन का एक वीडियो भी साझा किया गया है। ऐसा पहली बार हुआ, जब अपने किसी ऑपरेशन को लेकर STF की तरफ से इस तरह का वीडियो शेयर किया।
23 अप्रैल को हुई थी किडनैपिंग
पूरा मामला रुधौली थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले रुधौली कस्बे का है। कपड़ा व्यवसायी अशोक कसौधन के बेटे अखंड कसौधन का 23 अप्रैल को अपहरण हुआ था। वो 7वीं क्लास में पढ़ता है। अखंड की किडनैपिंग उस वक्त हुई, जब वो सब्जी की दुकान पर खरीदारी करने के लिए गया था। काफी वक्त तक जब अखंड घर वापस नहीं आया, तो घरवालों ने सब्जी की दुकान पर जाकर देखा। इसके बाद पता चला कि वो किडनैप हो गया है।
फिर अखंड के पिता को 50 लाख की फिरौती की मांग वाला एक फोन भी आया। मामले की सूचना पुलिस को दी गई, जिसके बाद इसकी जांच शुरू की। इस दौरान ही CCTV फुटेज में अखंड एक बाइक सवार के पीछे बैठकर जाता हुआ दिखा। पुलिस इस दौरान उसकी तलाश में जुटी रही, लेकिन 7 दिनों तक कोई सुराग हाथ नहीं लग पाया।
किडनैप कर बच्चे को कमरे में कर दिया था बंद
हफ्तेभर बाद STF ने गोरखपुर में एक कमरे से अखंड को बरामद किया। पता चला कि दो सगे भाईयों ने ही उसका अपहरण किया था और इसके बाद अखंड को एक कमरे में बंद कर दिया था। शनिवार को जब पुलिस और STF अखंड को छुड़ाने वहां पहुंची तो उसकी हालत देखकर चौंक गई। अपहरकर्ताओं ने अखंड को एक कमरे में फर्श पर बांधकर रख रखा था। उसके हाथ-मुंह भी बंधे थे। पुलिस ने जाते ही उसके हाथ-मुंह खोले और फिर पानी पिलाया। इसके बाद अखंड का मेडिकल चेकअप कराया।
ऐसे रची थी पूरी साजिश
इस दौरान पुलिस ने दो अपहरकर्ताओं को अरेस्ट किया। दोनों सगे भाई हैं और वो अखंड के पिता को ही कपड़ों की सप्लाई किया करते थे। घुले-मिले होने का उन्होंने फायदा उठाया और अखंड को किडनैप कर लिया। अपहरणकर्ताओं ने बताया कि क्राइम पेट्रोल देखकर उन्होंने इस किडनैपिंग की साजिश रची थी। साथ ही उन्होंने ये भी खुलासा किया कि वो इसके लिए कभी भी अपने मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करते। वो फेरी वालों, चाय की दुकान वालों का फोन मांगते या फिर उनसे छीनकर पूरी वारदात को अंजाम देते। अखंड मामले में फिरौती मांगने के लिए उन्होंने एक शख्स का फोन छीना था।
अपहरणकर्ताओं के बताया कि दोनों भाइयों के पिता से अच्छे संबंध नहीं थे। उन्होंने मां के गहनों को गिरवी रखकर कर्जा लिया था। उनकी आर्थिक स्थिति खराब चल रही थी। अखंड की किडनैपिंग से मिलने वाली फिरौती से वो कर्ज चुकाना चाहते थे।









