लखनऊ के पीजीआई कोतवाली क्षेत्र के यमुना पुरम से दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। जहां एक नाबालिग ने मोबाइल पर पब्जी खेलने से मना करने पर अपनी मां को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया।
दरअसल, यमुना पुरम में 40 साल की साधना अपनी 8 साल की बेटी और 16 साल के बेटे के साथ रहती थी। वहीं साधना के पति पश्चिम बंगाल के आसनसोल जिले में सेना में जूनियर कमिशंड ऑफिसर के पद पर तैनात थे। इनका बेटा पब्जी एडिक्ट था, जो कि पूरे समय सिर्फ पब्जी में ही घुसा रहता था। इसी बात पर मां ने उसे डांटा और पब्जी खेलने से मना किया।
जिसके बाद बेटे ने गुस्से में आकर रविवार को तकरीबन दो बजे पिता की लाइसेंसी रिवाल्वर निकालकर मां के सोते समय गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बाद ही बेटे ने छोटी बहन को बाहर के कमरे में डरा-धमकाकर बंद दिया। इसके अलावा खुद मां के शव के साथ दो दिन तक पड़ा रहा। शव से बदबू आने पर रुम फ्रेशनर डालकर बदबू कम करने की भी कोशिश की। हालांकि बदबू बढ़ने पर बेटे ने मंगलवार को लगभग 8 बजे के आस-पास अपने पिता को वीडियो कॉल के जरिये मां के मौत की जानकारी दी।
पिता के पूछने पर कि ये सब कैसे हुआ, बेटे ने बताया कि कोई आया और मां को मारकर चला गया। जिसके बाद पिता ने तुरंत पुलिस को फोन कर घटना की जानकारी दी। वहीं मौके पर पहुंची पुलिस ने बेटे को हिरासत में लिया। इसके अलावा शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। इसके अलावा नाबालिग से पूछताछ कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
बता दें कि मां की हत्या करने के बाद आरोपी बेटा क्रिकेट खेलने जाता था। वहीं मां के बारे में पड़ोसियों के पूछने पर बेटे ने बताया कि मां चाचा के घर गई है। इसके अलावा पुलिस की पूछताछ में एक बात और सामने आई। संगीता यानि आरोपी बेटे की मां का किसी गैर युवक के साथ मेल-जोल था। जिसकी शिकायत बेटे ने पिता से की, जिसके बाद मां बेटे से खफा रहने लगी और हर छोटी बात पर डांटने-फटकारने लगी। इन सबसे कुछ समय पहले ही घर से दस हजार रुपए गायब मिले, जिसका आरोप मां पर लगा था और इसे लेकर मां ने बेटे को पीटा भी था। हालांकि बाद में पैसे वापस मिल गए, लेकिन मां-बेटे के बीच नाराजगी बनी हुई थी। इन सब बातो को लेकर बेटे के मन में मां के प्रति काफी गुस्सा था। इसी से परेशान होकर बेटे ने मां को मारने की प्लानिंग की और रविवार को अंजाम दिया।