दिल्ली में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर (Delhi Software Engineer) पर आरोप लगाया गया है कि उसने अपने टैलेंट का गलत इस्तेमाल कर ठगी को अंजाम दिया है। पहले तो इंजीनियर ने फर्जी वेबसाइट (Fake Website) बनाया और फिर ताजमहल की ऑनलाइन टिकट (Taj Mahal Tickets) बेचनी शुरू कर दी। डीजी आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) को इस संबंध में जानकारी मिली तो उसने इस धोखाधड़ी की शिकायत बिना देरी दिल्ली पुलिस (Delhi Police) से की। दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने ASI की शिकायत पर शख्स को अरेस्ट किया है।
पुलिस की माने तो फर्जी नाम से यह वेबसाइट बनाई गई थी। गिरफ्तार आरोपी पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर है पर उसकी नौकरी लॉकडाउन में चली गई और फिर उसने ये फर्जीवाड़ा शुरू किया। इस फ़र्ज़ी वेबसाइट agramonumnts.in के खिलाफ जब आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के डायरेक्टर जनरल ने की तो आरोपी संदीप चांद को चंपावत से पकड़ लिया गया। देहरादून से आरोपी ने बीटेक किया है और नोएडा की एक सॉफ्टवेयर कंपनी में काम कर चुका है सीनियर सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर रहते हुए।
दरअसल इस वेबसाइट के जरिए होता ये थआ कि आरोपी ताजमहल घूमने के लिए टिकट को बेचता और देश-विदेश से आने वाले टूरिस्ट को टिकट बेटकर पेमेंट तो ले लेता पर उनके टिकट जनरेट नहीं होते थे। शिकायत के बाद जांच शुरू हुई और पता चला कि ठगी करने वाला शख्स उत्तराखंड में है और फिर उस ठग का खेल खत्म हो गया जब दिल्ली पुलिस ने इंजीनियर को अरेस्ट कर लिया। ठग के पास से लैपटॉप और मोबाइल को भी पुलिस ने बरामद कर लिया।