27 अप्रैल को राजस्थान के अजमेर के कंचन नगर स्थित मोहम्मदी मस्जिद में सो रहे मौलाना की लाठियों से पीट-पीट कर बेरहमी से हत्या कर दी गई। हत्या की जानकारी मिलते ही पुलिस मामले की जांच में जुट गई। पुलिस ने अपनी जांच के दौरान कुछ ऐसा खुलासा किया है जिसे जानकर आप चौंक जाएंगे। दरअसल, पुलिस ने इस घटना के पीछे की वजह का खुलासा करते हुए बताया कि मौलाना मोहम्मद माहिर की हत्या मस्जिद में रहने वाले बच्चों ने की थी। पुलिस ने इस मामले में छह नाबालिगों को हिरासत में लिया है। साथ ही बच्चों की निशानदेही पर पुलिस ने मौलाना का मोबाइल फोन और हत्या में इस्तेमाल रस्सी भी बरामद कर ली है। हालांकि, बच्चों ने इतना खतरनाक कदम क्यों उठाया, यह जानने के बाद आपकी आंखें शर्म से झुक जाएंगी।
इस वजह से हुई मौलाना की हत्या
पुलिस पूछताछ में पता चला कि मौलाना मस्जिद में रहने वाले बच्चों को मोबाइल पर अश्लील वीडियो दिखाकर उनके साथ कुकर्म करता था। इस कारण से परेशान बच्चे मौलाना को मारने पर उतारू हो गये। मामले की जानकारी देते हुए अजमेर जिला पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र कुमार बिश्नोई ने बताया कि 27 अप्रैल की रात करीब 2.30 से 3 बजे के बीच शाहबाद रायपुर, जिला रामपुर, उत्तर प्रदेश निवासी 32 वर्षीय मौलाना मोहम्मद माहिर, जो मोहम्मदी मस्जिद में रहता था, हत्या कर दी गई। हत्या के बाद जब पुलिस ने मस्जिद में रहने वाले बच्चों से जानकारी जुटाई तो पता चला कि तीन अज्ञात हमलावरों ने लाठी-डंडों से पीट-पीटकर मौलाना की हत्या कर दी।
अप्राकृतिक संबंध बनाने के लिए करता था प्रताडित
मामले की जांच कर रहे एसपी बिश्नोई ने बताया कि पुलिस टीम ने हर एंगल से मामले की जांच की। जब बच्चों द्वारा बताई गई कहानी में कोई सबूत नहीं मिला तो पुलिस ने बच्चों से दोबारा पूछताछ की। इस बार की पूछताछ में खुलासा हुआ कि मदरसे में पढ़ने वाले पांच बच्चों का मौलाना माहिर पिछले कुछ समय से यौन शोषण कर रहा था। उनके साथ अश्लील हरकतें की गईं और अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने के लिए प्रताड़ित किया गया।
बच्चों ने ऐसे दिया हत्याकांड को अंजाम
एसपी देवेन्द्र कुमार बिश्नोई ने बताया कि मौलाना की अश्लील हरकतों से परेशान होकर मदरसे में पढ़ने वाले बच्चे 26 अप्रैल को मेडिकल दुकान से नींद की गोलियां लेकर आए। इसके बाद रात के खाने में नींद की गोली पीसकर मिला दी। कुछ देर बाद मौलाना माहिर मस्जिद स्थित कमरे में गहरी नींद में सो गया और मौका पाते ही बच्चे लाठी लेकर आ गए। मौलाना माहिर को कमरे में सोता देख बच्चों ने लाठी से उसके सिर पर वार किया और मौलाना के गले में रस्सी बांधकर उसकी हत्या कर दी।