Shamli’s Drug Inspector Suspended: शामली की ड्रग इंस्पेक्टर निधि पांडे पर रिश्वत मांगने और मेडिकल स्टोर संचालकों को धमकाने के आरोपों के चलते सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया है। हाल ही में उनके दो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए, जिनमें वह मेडिकल स्टोर संचालकों को धमकाते और उनसे अवैध रूप से पैसे मांगते हुए नजर आ रही हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (UP Chief Minister Yogi Adityanath) की भ्रष्टाचार पर जीरो टोलरेंस नीति के तहत यह कार्रवाई की गई है।
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वायरल वीडियो ने मचाया हंगामा- Shamli’s Drug Inspector Suspended
ड्रग इंस्पेक्टर निधि पांडे का पहला वीडियो एक दवा दुकान पर छापेमारी के दौरान का है। वीडियो में वह केमिस्ट को खुलेआम जेल भेजने की धमकी देती और पैसों की मांग करती नजर आती हैं। दूसरा वीडियो कैराना क्षेत्र के लक्ष्मी मेडिकल स्टोर पर उनके निरीक्षण का है। इसमें वह एक व्यक्ति से बिना लाइसेंस मेडिकल स्टोर चलाने की बात लिखवाती हैं। दोनों ही मामलों में उनके खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं हुई, जिससे उनके कार्यों पर सवाल उठने लगे।
उत्तर प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था में भ्रष्टाचार की जड़ें देखिए कहाँ तक है.
यह मोहतरमा शामली की ड्रग इंस्पेक्टर निधि पांडे हैं, आरोप है व्यापारियों को डराया-धमकाया, रिश्वत माँगी, और पैसा ना देने पर व्यापार बंद करने की धमकी भी दी –
सब कुछ वीडियो में कैद होकर वायरल हो गया,… pic.twitter.com/jbr6q0LOZk
— Madan Mohan Soni (आगरा वासी) (@madanjournalist) December 30, 2024
डीएम की रिपोर्ट पर सरकार का एक्शन
इन वीडियो के वायरल होने के बाद डीएम शामली, अरविंद कुमार चौहान ने मामले की जांच करवाई। जांच में वीडियो की प्रामाणिकता और निधि पांडे पर लगे आरोप सही पाए गए। डीएम ने अपनी रिपोर्ट खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के प्रमुख सचिव पी. गुरु प्रसाद को सौंपी। रिपोर्ट के आधार पर सरकार ने निधि पांडे को तत्काल प्रभाव से निलंबित (Shamli Drug Inspector Nidhi Pandey Suspended) कर दिया।
आरोपों की गंभीरता
निधि पांडे पर मेडिकल स्टोर संचालकों से अवैध वसूली, रिश्वत की मांग, और लाइसेंस निरस्त करने की धमकी देने के आरोप लगे हैं। एक वीडियो में वह मेडिकल स्टोर संचालक से एक्सपायर दवाओं को बेचने की लिखित स्वीकारोक्ति लेती दिख रही हैं, लेकिन इसके बावजूद कार्रवाई नहीं की गई। डीएम की रिपोर्ट ने इन आरोपों को पुष्ट किया, जिसके बाद सरकार ने कार्रवाई की।
निधि पांडे का विवादित इतिहास
ड्रग इंस्पेक्टर निधि पांडे लंबे समय से विवादों में रही हैं। मेडिकल स्टोर संचालकों से पैसे मांगने और धमकी देने के आरोप उन पर पहले भी लगे हैं। शामली और थानाभवन के विधायकों ने उनके ट्रांसफर की मांग करते हुए आयुष मंत्री को पत्र लिखा था। विधायक प्रसन्न चौधरी और अशरफ अली खान ने आरोप लगाया था कि निधि पांडे अवैध वसूली करती हैं और सहयोग न मिलने पर गलत रिपोर्ट लगाकर लाइसेंस निरस्त करने की धमकी देती हैं।
सरकार का सख्त रुख
सरकार ने निधि पांडे को सस्पेंड करते हुए उनकी जांच सहायक औषधि आयुक्त, मुरादाबाद को सौंपी है। सस्पेंशन के दौरान निधि पांडे को लखनऊ कार्यालय में अटैच किया गया है। भ्रष्टाचार पर जीरो टोलरेंस नीति के तहत सरकार ने यह संदेश दिया है कि कोई भी अधिकारी कानून से ऊपर नहीं है।
निधि पांडे के निलंबन पर कैमिस्टों ने मनाया जश्न
शामली की ड्रग इंस्पेक्टर निधि पांडे के निलंबन के बाद जिले के कैमिस्टों के बीच खुशी की लहर दौड़ गई। सोमवार की दोपहर कैमिस्ट समुदाय ने हनुमान धाम पर पहुंचकर बाबा बजरंगबली के दर्शन किए और ढोल बजाकर अपनी खुशी का इजहार किया। इस दौरान कुछ कैमिस्ट नाचते हुए भी नजर आए, जिससे माहौल और भी उत्साहपूर्ण हो गया।
आगे की कार्रवाई का इंतजार
निधि पांडे पर लगे आरोपों की विभागीय जांच जारी है। इस जांच के परिणाम के आधार पर उनके खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस प्रकरण ने भ्रष्टाचार और सरकारी अधिकारियों की जिम्मेदारी पर एक बार फिर से बहस छेड़ दी है।