एक दशक पहले कबाड़ी से करोड़पति तक का सफर तय करने वाले कबाड़ माफिया रवि नागर उर्फ रवि काना और उसकी प्रेमिका काजल झा को थाईलैंड से गिरफ्तार किया गया है। उनका साम्राज्य अब पतन के कगार पर है। पुलिस उसकी 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति भी जब्त कर चुकी है। गिरोह के लगभग सभी सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया है। रवि काना स्क्रैप कारोबारी रहा है। उसके खिलाफ इसी साल 2 जनवरी को ग्रेटर नोएडा के बीटा 2 थाने में गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था। अधिकारियों के मुताबिक, 42 साल के काना के खिलाफ 28 दिसंबर 2023 को नोएडा सेक्टर 39 पुलिस स्टेशन में सामूहिक बलात्कार का मामला भी दर्ज किया गया था। कभी कबाड़ बेचने और खरीदने वाले रवि काना के गैंगस्टर बनने की कहानी काफी फिल्मी है।
जनवरी में जारी किया गया लुकआउट सर्कुलर
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के मुताबिक, गौतमबुद्ध नगर पुलिस विभाग इंटरपोल और अन्य देशों के स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में है। इस साल जनवरी में देश से भागने के संदेह में उसके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर और रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, रवि काना और काजल झा को थाईलैंड में पकड़े गए। अधिकारी के मुताबिक, आरोपियों के खिलाफ मामलों की सुनवाई के लिए कानूनी कार्रवाई के बाद उन्हें ग्रेटर नोएडा वापस लाया जाएगा।
200 करोड़ की संपत्ति सील
गैंगस्टर एक्ट का मामला दर्ज होने के बाद नोएडा पुलिस ने रवि काना गैंग के करीब एक दर्जन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही फैक्ट्रियां, दफ्तर और गाड़ियां समेत करीब 200 करोड़ रुपये की संपत्ति सील कर दी गई है। इसमें रवि काना का दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी स्थित 80 करोड़ रुपये का बंगला भी शामिल है, जो उसने अपनी गर्लफ्रेंड के नाम पर खरीदा था। नोएडा पुलिस ने उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के खुर्जा में 40 बीघे जमीन को भी सील कर दिया है। पुलिस के मुताबिक, नागर स्क्रैप कारोबारी रहे हैं। उसने ठेका पाने के लिए आपराधिक तरीके अपनाए। यहां तक कि वह लूट की घटनाओं में भी शामिल था।
ऐसा कमाया माफिया में नाम
पुलिस और इलाके के जानकारों के मुताबिक, एक दशक पहले तक रवि काना छोटा-मोटा काम करता था। 2014 में अपने छोटे भाई और गैंगस्टर हरेंद्र प्रधान की हत्या के बाद रवि काना पूरी तरह से अपराध की राह पर चल पड़ा। लोगों में डर पैदा कर उसने जबरन ट्रकों से सरिया उतरवाकर कंपनियों को सप्लाई करना शुरू कर दिया। इसी बीच वह कुख्यात अपराधी अनिल दुजाना के संपर्क में आया और उसका दाहिना हाथ बन गया। बाद में जब अनिल दुजाना पुलिस मुठभेड़ में मारा गया तो वह अपराध की दुनिया में तेजी से उभरने लगा।