उत्तराखंड के ऋषिकेश में हालात इस हद तक बिगड़ चुके हैं कि आम नागरिकों के साथ-साथ यहां के पत्रकार भी सुरक्षित नहीं हैं। अपनी जान जोखिम में डालकर जनता के सामने सच उजागर करने वाले पत्रकारों पर हमले हो रहे हैं और सच को छिपाने की कोशिश की जा रही है। मिली जानकारी के अलावा उत्तराखंड के एक स्थानीय डिजिटल न्यूज चैनल के संपादक योगेश डिमरी पर जानलेवा हमला हुआ है। बताया गया है कि आरोपियों ने पत्रकार योगेश पर पत्थरों से हमला किया है। हमले का आरोप इलाके में सक्रिय कुछ शराब माफियाओं पर लगाया जा रहा है। योगेश पर यह हमला रविवार को इंदिरानगर में हुआ। इस जानलेवा हमले में उनके सिर और हाथ-पैरों पर गंभीर चोटें आई हैं। इस हमले से उन्हें शरीर पर 10 टांके आए हैं। फिलहाल उन्हें ऋषिकेश एम्स में भर्ती कराया गया है। दिनदहाड़े पत्रकार पर हुए जानलेवा हमले से हर कोई स्तब्ध है।
अब तक मिली जानकारी के अनुसार रविवार को योगेश को किसी अज्ञात नंबर से कुछ सूचना प्राप्त हुई। जैसे ही वह सूचना की जांच करने इंदिरानगर पहुंचे तो वहां पहले से मौजूद आरोपियों ने उन पर पत्थरों से हमला कर दिया। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें गंभीर हालत में जेडी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उन्हें ऋषिकेश एम्स रेफर कर दिया गया है। उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है।
पिछले 6 महीने से नशे के खिलाफ छेड़ी थी जंग
इस खबर को लेकर सोशल मीडिया पर जानकारी दी जा रही है कि आंवला समाचार न्यूज़ के चीफ और एडिटर योगेश डिमरी पिछले 6 महीने से नशे के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। पिछले एक हफ्ते में उन्होंने योगनगरी ऋषिकेश में लाखों की अवैध शराब जब्त करवाई है, जिसके चलते अब उन पर हमला हुआ है। इस विधानसभा के विधायक मंत्री प्रेम चंद्र अग्रवाल हैं। ये वही अग्रवाल हैं जो अंकिता भंडारी मामले में वीआईपी को कमरे के बारे में बता रहे थे। आंवला न्यूज़ ने अंकिता भंडारी मामले में बेखौफ होकर खबरें दिखाई थीं। कयास लगाए जा रहे हैं कि पुलिस और राजनेताओं ने इन शराब तस्करों से हाथ मिला लिया है, जिसके चलते योगेश डिमरी को रास्ते से हटाने की कोशिश की गई।
Use Headphones ⚠️
बड़ी खबर 🚨 | ऋषिकेश में गढ़वाली पत्रकार योगेश डिमरी पर जानलेवा हमला, 10 टांके आए, लगातार ऋषिकेश मे शराब तस्करों की पोल खोल रहे थे
योगेश डिमरी ने अंकिता भंडारी केस मे वनतरा रिसोर्ट की भी खोली थी पोल। धामी राज मे पत्रकार सुरक्षित नहीं हैं, तमंचा लेकर खुले आम… pic.twitter.com/itSEeBYevt
— Himalayan Hindu (@himalayanhindu) September 1, 2024
घटना से जुड़ा एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है, एक शख्स उनके सिर पर बंदूक रखी हुई है, “ये पुलिस को बुरा भला कहता है, इसे 6 महीने थाने में बंद कर देंगे, वहाँ भी पीटेंगे।” इससे साफ पता चलता है कि ये शराब तस्कर या तो पुलिस वाला है, या फिर ऋषिकेश थाने के अफसरों से ऊपर है।
मुख्यमंत्री ने दिया बयान
प्रदेश के सभी पत्रकार संगठनों के साथ-साथ सत्ताधारी और विपक्षी दलों के सभी बड़े नेताओं ने इस घटना की निंदा की है और मुख्यमंत्री से आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। वहीं, स्थानीय पुलिस पर भी इस मामले में संलिप्तता का आरोप लगाया जा रहा है।