Rishabh Pant life saviour Rajat news: दिसंबर 2022 की कड़ाके की ठंड वाली रात थी जब रजत कुमार और निशु कुमार ने दिल्ली-देहरादून हाईवे पर रुड़की के पास एक जली हुई मर्सिडीज को देखा। कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी थी और उलटी पड़ी थी। दोनों युवक बिना किसी देरी के कार की ओर बढ़े और उसमें फंसे घायल व्यक्ति को बाहर निकाला। उन्हें तब तक यह नहीं पता था कि वह घायल कोई और नहीं बल्कि भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार खिलाड़ी ऋषभ पंत थे।
ऋषभ पंत को बचाने वाले बने थे हीरो- Rishabh Pant news
रजत और निशु को बस इतना पता था कि किसी को मदद की जरूरत है। उन्होंने पुलिस को फोन किया और मदद आने तक ऋषभ के पास रुके। बाद में, जब ऋषभ को होश आया और उन्हें इस घटना की पूरी जानकारी मिली, तो उन्होंने रजत और निशु को अपना जीवन बचाने के लिए धन्यवाद दिया। ऋषभ पंत ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा था कि “जिन हीरोज़ ने मेरी मदद की, मैं उनका हमेशा आभारी और ऋणी रहूंगा।”
कृतज्ञता में दी थी स्कूटी, अब खुद फंसे संकट में
ऋषभ पंत ने अपनी जान बचाने वाले इन युवकों को स्कूटी गिफ्ट की थी। लेकिन इस घटना के कुछ महीनों बाद ही रजत खुद जीवन और मौत के बीच संघर्ष कर रहा है। उत्तराखंड के झबरेड़ा अस्पताल में भर्ती रजत अब एक गंभीर आरोप का सामना कर रहा है, जिसका वह सिरे से खंडन करता है।
प्रेम में असफलता और आत्महत्या की कोशिश
25 वर्षीय रजत और उसकी 21 वर्षीय प्रेमिका मनु कश्यप के बीच लंबे समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था। हालांकि, अलग-अलग जाति और परिवारों की असहमति के कारण वे एक नहीं हो सके। दोनों के परिवार ने उनकी शादियां कहीं और तय करनी शुरू कर दी। इस सामाजिक बंधन और प्रेम में असफलता ने दोनों को इतना निराश कर दिया कि उन्होंने आत्महत्या करने का फैसला कर लिया।
रविवार की शाम को, रजत और मनु ने अपने गांव बुच्चा बस्ती के बाहरी इलाके में गन्ने के खेत में जाकर जहर खा लिया। कुछ देर बाद एक ग्रामीण ने उन्हें तड़पते हुए देखा और शोर मचाया। जब तक परिवार वाले पहुंचे, तब तक जहर पूरे शरीर में फैल चुका था। उन्हें तुरंत स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया।
मनु के परिवार ने उसे दूसरे अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन मंगलवार की सुबह उसकी मौत हो गई। वहीं, रजत की हालत गंभीर बनी हुई है, लेकिन डॉक्टरों के अनुसार उसकी स्थिति में सुधार हो रहा है।
मनु की मां ने लगाया रजत पर हत्या का आरोप
मनु के अंतिम संस्कार के कुछ ही घंटे बाद, उसकी मां ने पुरकाजी पुलिस स्टेशन पहुंचकर रजत के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने आरोप लगाया कि रजत ने मनु को जहर दिया और उसकी हत्या कर दी।
अब वह गांव, जिसने कभी रजत की बहादुरी और मानवता की मिसाल दी थी, वहीं अब इस मामले को लेकर चर्चा में है। जाति और परिवार से बगावत कर प्रेम प्रसंग में शामिल होने का मामला अब दो समुदायों के बीच विवाद का कारण बन रहा है।
पुलिस ने शुरू की जांच
मुजफ्फरनगर के एसपी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया कि मनु की मां की शिकायत आने से पहले तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया था। अब थाना प्रभारी जयवीर सिंह की अगुवाई में स्थानीय पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है।
जयवीर सिंह ने बताया, “हम मामले के सभी पहलुओं की जांच कर रहे हैं। महिला के परिवार से हमें लिखित शिकायत मिली है, जिसमें रजत पर मनु को जहर देने का आरोप लगाया गया है। जांच के आधार पर ही अगला कदम तय किया जाएगा।”
डॉक्टरों ने दी जानकारी
झबरेड़ा के प्रज्ञा अस्पताल के डॉक्टर दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि दोनों ने एक खतरनाक कीटनाशक पी लिया था।
“हमने तुरंत इलाज शुरू किया। मनु का परिवार उसे दूसरे अस्पताल ले गया। वहीं रजत की हालत अब बेहतर हो रही है।”
जिस युवक रजत कुमार ने एक समय स्टार क्रिकेटर ऋषभ पंत की जान बचाई थी, वही आज खुद अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहा है। अब पुलिस की जांच से ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि रजत निर्दोष है या दोषी। लेकिन एक बात तो साफ है कि जिस गांव ने एक समय रजत की बहादुरी पर गर्व किया था, आज वही गांव उसकी प्रेम कहानी और कानूनी उलझनों पर चर्चा कर रहा है।