Razorpay Payment Gateway को हैकर्स द्वारा हैक कर बहुत बड़े Razorpay Gateway Online fraud को अंजाम दिया है , जिसे सुनकर हर आदमी दंग हैं। पेमेंट गेटवे कंपनी Razorpay के सॉफ्टवेयर को हैक करके ग्राहकों से 7.38 करोड़ रुपए की चोरी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक हैकरों ने इस धोखाधड़ी को 831 फेल्ड ट्रांजेक्शंस के जरिए अंजाम दिया, जिसे Razorpay Gateway कंपनी को तगड़ा नुकसान हुआ है। कंपनी ने बताया कि इसी साल 6 मार्च से 13 मई के बीच हैकर्स द्वारा विशिष्ट 16 कारोबारियों को इन लेन-देन में निशाना बना कर इस वारदात को अंजाम दिया है। इस बड़े फ्रॉड के मामले में कंपनी ने दिल्ली के दक्षिण-पूर्व साइबर अपराध प्रकोष्ट में शिकायत दर्ज कराई है।
इस तरह हुआ फ्रॉड का खुलासा
Razorpay कंपनी ने कहा कि इस मामले में ‘ऑथराइजेशन एंड ऑथेंटिकेशन पार्टनर’ फिसर्व से संपर्क करने पर उन्हें बताया गया कि ये सभी लेनदेन विफल हो गए थे जो किसी भी तरह से ऑथराइज्ड नहीं थे। फिसर्व से जानकारी मिलने के बाद Razorpay ने इस मामले की आंतरिक जांच कराई और उसके बाद इस फ्रॉड की पुष्टि के बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई।
Razorpay Payment Gateway कम्पनी का बयान
Razorpay के कानूनी विवाद विभाग प्रभारी अभिषेक अभिनव आनंद ने कहा, कंपनी 7.38 करोड़ रुपये के 831 लेन-देन का मिलान नहीं कर पाई। इनकी रसीद भी नहीं मिली। इस संबंध में अपनी प्राधिकार सेवा देने वाली भागीदार फिनटेक व पेमेंट कंपनी फिनसर्व से संपर्क किया तो उसने बताया कि यह भुगतान विफल हो गए थे और इन्हें प्राधिकृत नहीं किया गया था।
ऑथराइजेशन प्रोसेस में छेड़छाड़
पुलिस में Razorpay की ओर से दर्ज की गई शिकायत में कहा गया है कि पेमेंट गेटवे के 831 फैल लेनदेन को प्रमाणित करने के लिए Razorpay सॉफ्टवेयर की ऑथराइजेशन प्रोसेस में छेड़छाड़ और हेरफेर के जरिए उसे बड़ी आर्थिक चोट पहुंचाई गई है। Razorpay के लीगल हेड ने साइबर क्राइम सेल में दी शिकायत में बताया है कि कंपनी 7.38 करोड़ के इन 831 लेनदेन का मिलान नहीं कर पाई और उसे इनकी रसीद भी नहीं मिली है।