राजस्थान बनता जा रहा रेपिस्तान, अजमेर में रेलवे प्लेटफॉर्म पर सो रही नाबालिग लड़की से दुष्कर्म, बढ़ती जा रही हैं रेप की घटनाएं

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राजस्थान लंबे समय से देश में महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित राज्यों में से एक रहा है। यहां हर दिन महिलाओं से छेड़छाड़ और बलात्कार के कई मामले दर्ज होते हैं। अपने स्वार्थ के लिए यहां की राजनीतिक पार्टियां वादा करती हैं कि राज्य की कानून व्यवस्था को बेहतर बनाया जाएगा और महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वालों को कड़ी सजा भी दी जाएगी। लेकिन जिस तरह से राजस्थान में बलात्कार के मामले बढ़ रहे हैं, उससे लगता नहीं है कि राजस्थान में महिला सुरक्षा को लेकर कोई काम हो रहा है। दरअसल, बीते दिन ही राजस्थान के अजमेर में रेलवे प्लेटफॉर्म पर सो रही नाबालिग का कथित तौर पर अपहरण कर उसके साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। पुलिस ने यह जानकारी दी। उनके मुताबिक अज्ञात आरोपी नाबालिग का अपहरण कर उसे वहां खड़ी एक ट्रेन के खाली डिब्बे में ले गए और उसके साथ दुष्कर्म किया।

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रेलवे पुलिस के मुताबिक करीब 11 साल की इस बच्ची के शरीर पर चोट के निशान पाए जाने के बाद उसकी मेडिकल जांच कराई गई और रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। हालांकि, पुलिस ने यौन उत्पीड़न की संभावना से इनकार नहीं किया है। पुलिस ने इस घटना के सिलसिले में एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है।

पुलिस ने दी घटना की जानकारी

पुलिस ने बताया कि पीड़िता समेत 12-13 लोगों का समूह अजमेर दरगाह जियारत करने आया था। बीती रात सभी लोग रेलवे स्टेशन पर एक प्लेटफॉर्म के एक कोने में सो रहे थे। इसी दौरान आरोपी नाबालिग लड़की का अपहरण कर उसे ट्रेन के खाली डिब्बे में ले गया। पुलिस के मुताबिक इसी बीच उसके माता-पिता जाग गए और उन्होंने लड़की को गायब पाया। जब वह नहीं मिली तो उन्होंने जीआरपी रेलवे को सूचना दी। बाद में लड़की खाली ट्रेन के एक डिब्बे में मिली और उसके चेहरे पर चोट के निशान थे। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।

महिलाओं के लिए सुरक्षित राज्य नहीं राजस्थान

एनसीआरबी हर साल देश में हो रहे अपराधों के आंकड़े जारी करता है। एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक, राजस्थान बलात्कार के मामलों में देश में पहले स्थान पर है। अशोक गहलोत की सरकार के दौरान महिला सुरक्षा एक बड़ा मुद्दा रहा है। भाजपा ने अपने चुनाव प्रचार में इसे बड़ा मुद्दा बनाया था। लेकिन राज्य में भाजपा की सरकार आने के बाद भी महिलाओं की सुरक्षा के लिए कोई खास इंतजाम नहीं किए गए। साल 2020 में राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ अपराध के 34,535 मामले दर्ज किए गए, जबकि 2021 के दौरान यह बढ़कर 40,378 हो गए। इस प्रकार, साल 2021 की तुलना में 2022 में राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों में 11.5% की वृद्धि हुई है।

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