पहले कोलकाता, फिर उत्तराखंड और अब यूपी… देश में जिस तरह से रेप के मामले सामने आ रहे हैं, उसे देख लगता है कि अब अपराधियों में कानून का बिल्कुल भी डर नहीं रह गया है। उन्हें लगता है कि वो किसी भी बहन, बेटी के साथ अपराध कर सकते हैं और बच निकलेंगे। लेकिन अब जनता ऐसा नहीं होने देना चाहती। जनता अब सड़कों पर उतर रही है और रेप मामले के खिलाफ खुलकर विरोध प्रदर्शन कर रही है। दरअसल, हम ये बात उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में रेप के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शन को देखते हुए कह रहे हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, यहां एक युवक ने 14 साल की बच्ची के साथ रेप किया है। घटना सामने आने के बाद स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया है। इसके अलावा गुस्साए लोगों ने आगजनी के साथ ही तोड़फोड़ भी शुरू कर दी। कई महिलाएं सड़कों पर उतर आईं और आरोपी को फांसी की सजा देने की मांग करती नजर आईं। मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। भीड़ इतनी बेकाबू हो गई कि पुलिस ने विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों पर लाठीचार्ज भी किया। आरोपी युवक दूसरे समुदाय का बताया जा रहा है। ऐसे में हिंदू संगठनों ने भी पुलिस से इस मामले में त्वरित कार्रवाई करने की मांग की है।
ये है मामला
पीड़िता के परिवार ने घटना को लेकर पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई है। रिपोर्ट के अनुसार, बुधवार की रात जब बिजली चली गई थी, तो तीन या चार लोग पीड़िता के घर के पिछले दरवाजे से घुस आए। पीड़िता के परिजनों ने बताया कि आरोपी ने पहले बच्ची को कुछ सुंघाया और उसके बाद बच्ची बेहोश हो गई। इसके बाद आरोपी ने दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि आरोपी, जो एक कबाड़ व्यापारी है, ने लड़की का यौन शोषण किया। इसके अलावा, लड़की के परिवार के सदस्यों ने भी मारपीट की रिपोर्ट दर्ज कराई है। फिलहाल पुलिस भी मामले की जांच कर रही है।
घटना के बाद लोगों का हंगामा
घटना के बाद गुस्साए लोगों ने सूर्यनगर थाने के सामने जमकर हंगामा किया। प्रदर्शन के दौरान लोगों ने आरोपी की कबाड़ की दुकान में घुसकर तोड़-फोड़ की। वहां एक ई-रिक्शा भी था, जिसे आग के हवाले कर दिया गया। आरोपी का नाम फैजान बताया जा रहा है। उसे हिरासत में ले लिया गया है। वहीं, पीड़ित के पिता का दावा है कि मारपीट के दौरान तीन युवक बाहर खड़े थे, जिन्हें अभी तक पकड़ा नहीं जा सका है।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को समझाने की बहुत कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने। इसके बाद रात करीब साढ़े आठ बजे पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए कम बल का प्रयोग किया। इस दौरान पीएसी का भी इस्तेमाल किया गया।
एडिशनल कमिश्नर का बयान
प्रदर्शन और तोड़फोड़ को लेकर एडिशनल कमिश्नर दिनेश कुमार पी ने मीडिया से कहा कि स्थिति अब नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि पीड़ित लड़की का बयान ले लिया गया है। उसने जो कुछ बताया है, उसे एफआईआर में दर्ज कर लिया गया है। उनका कहना है कि अगर कुछ सबूत मिलते हैं तो अन्य आरोपियों की भी गिरफ्तारी हो सकती है। उन्होंने दावा किया कि पुलिस इस मामले को गंभीरता से ले रही है।