उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था एक बार फिर से सवालों के घेरे में आ गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद गोरखपुर से एक के बाद एक दिल दहला देने वाली खबरें सामने आ रही है। मनीष गुप्ता का जो मर्डर केस है, उसमें तो पुलिस ही बुरी तरह से आरोपों के घेरे में घिरी हुई है।
72 घंटे में दूसरी घटना
मनीष गुप्ता के बाद एक और मनीष अब इसका शिकार हो गया। जहां एक ओर मनीष गुप्ता मर्डर केस इस वक्त देशभर में सुर्खियों में छाया है। इस हत्याकांड को अभी 72 घंटें भी नहीं हुए थे कि उसी थाना क्षेत्र में एक और ऐसी ही घटना घट गई। यहां एक और शख्स की पीट-पीटकर हत्या करने का मामला सामने आया है। वहीं एक अन्य व्यक्ति इस दौरान गंभीर रूप से घायल भी हुआ।
जिस रामगढ़ताल थाने की पुलिस पर मनीष गुप्ता को पीट-पीटकर मारा गया, उस थाने से केवल 200 मीटर की दूरी पर स्थित एक मॉडल शॉप कर्मचारी को पीट-पीटकर कुछ लोगों ने हत्या कर दी।
शराब के पैसे मांगने पर हुआ विवाद
मामला कुछ ऐसा बताया जा रहा है कि मध्य प्रदेश का रहने वाला एक शख्स, जिसका नाम मनीष प्रजापति था वो वरदानी मॉडल शॉप की कैंटीन में काम किया करता था। बीती रात को करीब 8 बजे के आसपास वहां पर कुछ लोग शराब पीने के लिए आए। उन्होंने मनीष को ऑर्डर दिया। जानकारी के मुताबिक जब कर्मचारी से उनसे पैसों की मांग की, तो उन्होंने पैसे देने से इनकार कर दिया।
साथ ही उन लोगों ने एक हिस्ट्रीशीटर का नाम लेकर मनीष को धमकाने की भी कोशिश की। फिर देखते ही देखते बवाल बढ़ने लगा। इस दौरान दूसरे कर्मचारी ने बीच बचाव करने की कोशिश की, लेकिन तब इन आधा दर्जन के करीब युवकों ने इन दोनों कर्मचारियों को पीटना शुरू कर दिया।
एक की मौत, दूसरे की हालत गंभीर
युवकों ने इन दोनों को इतनी बुरी तरह मारा कि वो काफी गंभीर रूप से घायल हो गई। जैसे ही पुलिस को इसकी जानकारी मिली, तो वो घटनास्थल पर पहुंची और दोनों को इलाज के लिए अस्पताल में एडमिट कराया गया। इस दौरान डॉक्टरों ने मनीष को मृत घोषित कर दिया, तो दूसरे शख्स का इलाज अस्पताल में चल रहा है। उसकी भी हालत गंभीर बताई जा रही है।
घटना सीसीटीवी में कैद
वहीं दूसरी तरफ इस घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी फरार हो गए। पुलिस उनकी तलाश में जुटी है। फिलहाल एक आरोपी को हिरासत में लेने की खबर सामने आई है। बाकि आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार करने का आश्वासन पुलिस देते नजर आ रही है। वहीं ये पूरी घटना CCTV कैमरे में भी कैद हुई, जिसके आधार पर मामले की जांच जारी है।
गौरतलब है कि एक के बाद एक ऐसे मामले सामने आएंगे, तो कानून व्यवस्था पर सवाल तो उठना लाजमी है। मनीष गुप्ता की मौत का मामला अभी ठंडा नहीं हुआ था कि एक ऐसी घटना सामने आ गई। ऐसे में आम जनता कैसे सुरक्षित महसूस करेगी…इस सवाल का जवाब प्रशासन को देना चाहिए।