नोएडा पुलिस के हत्थे सॉल्वर गैंग के पांच सदस्य चढ़े है। ये लोग ऑनलाइन एग्जाम के दौरान अपने सॉल्वर बैठाकर परीक्षा दिलाया करते थे और इसके बादल वो परीक्षार्थियों से पांच से 7 लाख रुपये तक वसूलते थे। गैंग का खुलासा करते हुए नोएडा पुलिस ने दावा किया कि ये गैंग 12-15 अभ्यार्थियों की परीक्षा दिलाकर उनको पास करा चुका है।
इस गैंग के मास्टरमाइंड का अब तक पता नहीं चल पाया है। वो अभी फरार बताया जा रहा है और पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है। एडीसीपी नोएडा कुमार रणविजय सिंह ने इसके बारे में बताया कि सॉल्वर गैंग के जिन पांच सदस्यों को अरेस्ट किया, वो सभी अलीगढ़ के रहने वाले हैं। ये लोग ऑनलाइन परीक्षाओं में अभ्यार्थी की जगह अपने सॉल्वर बिठाकर एग्जाम दिलाया थे। जिसके बदले में वो 5 से 7 लाख रुपये परीक्षार्थी से लेते थे। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में जसवीर, ललित, रोहित, आकाश और अनिल शामिल है। इस गैंग का मास्टरमाइंड हर्षित है, जो अभी पुलिस की गिरफ्त से फरार है। उसकी तलाश के लिए कई टीमें लगाई जा चुकी है। जल्द ही मुख्य आरोपी भी सलाखों के पीछे होगा।
गैंग के पास से पुलिस ने मोबाइल फोन, 70 प्रवेश पत्र और 12 हजार रुपये कैश बरामद किया। इसके साथ ही दो बोलेरो गाड़ी भी मिली है। पुलिस ने जब आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ की तो मालूम चला कि ये गैंग बीते 2 से 3 सालों से नोएडा एनसीआर में काम कर रहा है। जसवीर नाम का आरोपी अब तक 5 से 10 अभ्यर्थियों की जगह खुद बैठकर परीक्षा दे चुका है। आरोपियों के पास से SSC जीडी इलाहाबाद हाई कोर्ट रिक्रूटमेंट परीक्षा, इंडियन कोस्ट गार्ड, SSC सेंट्रल एयरमैन सिलेक्शन बोर्ड, UPSESSB TGT परीक्षा समेत कई परीक्षाओं के एडमिट कार्ड मिले। फिलहाल इस मामले की और गहराई से जांच करने में लगी है।
वैसे गौर करने वाली बात यहां ये है कि ये ऐसा कोई पहा सॉल्वर गैंग नहीं, जिसे नोएडा पुलिस ने पकड़ा हो। 10 महीनों में आधा दर्जन सॉल्वर गैंग को पुलिस पकड़ चुकी है।