राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार को राजस्थान में दिसंबर 2023 में करणी सेना प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या में शामिल विदेशी आतंकवादी गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा सहित कई गैंगस्टरों सहित 12 आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया। एनआईए की जांच में गोगामेड़ी हत्याकांड में एक आतंकवादी-गैंगस्टर सिंडिकेट की संलिप्तता का पता चला है। गोगामेड़ी की पिछले साल दिसंबर में जयपुर के श्याम नगर कॉलोनी में उनके घर के लिविंग रूम में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हमले में नवीन शेखावत और अजीत सिंह नाम के दो अन्य लोग मारे गए थे और गोगामेड़ी का गनमैन नरेंद्र सिंह घायल हो गया था।
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पहले इस मामले की जांच राजस्थान पुलिस कर रही थी, लेकिन बाद में इसे एनआईए को सौंप दिया गया था। उस समय जांच एजेंसी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए हत्या की साजिश में शामिल होने के आरोप में आठ लोगों को गिरफ्तार किया था।
एनआईए जांच में क्या खुलासा हुआ?
एनआईए की जांच में पता चला कि आरोपी रावतराम स्वामी उर्फ रोहित गोदारा ही मास्टरमाइंड था, जिसने आरोपी वीरेंद्र चरण, सतविंदर सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ और अन्य के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची थी। हत्या के बाद आरोपी रोहित गोदारा और गोल्डी बराड़ ने हत्या की जिम्मेदारी ली और इसका इस्तेमाल दूसरे लोगों को धमकाने और उनसे पैसे ऐंठने में किया।
केंद्रीय एजेंसी ने आगे कहा कि रोहित राठौर और नितिन के रूप में पहचाने गए दो हमलावरों को 5 दिसंबर, 2023 को हमले को अंजाम देने के लिए कई राउंड और मैगजीन के साथ पिस्तौल मिली थी। एनआईए ने कहा, “गोगामेड़ी के घर से भागते समय, दोनों ने एक आई-10 कार और एक स्कूटी सवार पर भी हमला किया था और भागने के लिए उसकी स्कूटी का इस्तेमाल किया था। आरोपी महेंद्र कुमार और उसकी पत्नी सह-आरोपी पूजा सैनी ने हत्या से पहले नितिन को शरण दी थी।”
राहुल ने हमले के लिए नितिन फौजी की सेवाएं लेने के लिए आरोपी भवानी सिंह की मदद ली थी। एनआईए की जांच के मुताबिक भवानी को अशोक कुमार नाम के शख्स ने हथियार और पनाह मुहैया कराई थी।
इसमें कहा गया है, “आरोपी उधम सिंह ने भवानी सिंह और राहुल के साथ मिलकर नितिन को योजना को अंजाम देने के लिए जयपुर भेजा था। आरोपी रामबीर ने नितिन को एक अन्य हथियार मामले में उसकी संलिप्तता के बारे में जानते हुए भी शरण दी थी।”
मामले में आगे की जांच जारी है तथा फरार लोगों की तलाश जारी है।
आठ आरोपी गिरफ्तार
एनआईए ने गोगामेड़ी की हत्या की साजिश में शामिल होने के आरोप में आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। चार आरोपी अभी भी फरार हैं, जिनमें गैंगस्टर महेंद्र कुमार, रावताराम स्वामी उर्फ रोहित गोदारा, वीरेंद्र चारण, सतविंदर सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ शामिल हैं।
एनआईए ने जयपुर स्थित एनआईए विशेष अदालत के समक्ष दायर अपने आरोपपत्र में राजस्थान, हरियाणा और पंजाब के सभी 12 पहचाने गए आरोपियों पर आईपीसी, शस्त्र अधिनियम और यूए(पी) अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप लगाए हैं।
गोदारा और बरार ने ली थी हत्या की जिम्मेदारी
एनआईए की जांच में पता चला कि आरोपी रावताराम स्वामी उर्फ रोहित गोदारा ही मास्टरमाइंड था, जिसने वीरेंद्र चारण, सतविंदर सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ और अन्य के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची थी। हत्या के बाद आरोपी रोहित गोदारा और गोल्डी बराड़ ने हत्या की जिम्मेदारी स्वीकार की।
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