पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में लगातार नए-नए खुलासे हो रहे है। जहां अब सिंगर के मर्डर केस की तार अकाली नेता और पूर्व विधानसभा स्पीकर निर्मल सिंह काहलों के भतीजे संदीप काहलों के साथ जुड़ रहे हैं। इस मामले में लुधियाना पुलिस ने निर्मल सिंह काहलों के भतीजे संदीप काहलों को दबोचा है।
दरअसल, मिली जानकारी के मुताबिक, सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस से तकरीबन दस दिन पहले संदीप काहलों का साथी सतबीर सिंह की फार्च्यूनर कार में ही तीन गैंगस्टरों को बठिंडा छोड़कर आया था। इसके बाद वहां बलदेव चौधरी ने कनाडा में बैठे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के कहने पर उन्हें हथियार भेजे थे। इस पूरे प्लान के बाद ही मर्डर को अंजाम दिया गया। जब संदीप सिंह काहलों के साथ तार जुड़े तो वह एक बार अंडरग्राउंड हो गया। जिसके बाद लुधियाना कमिश्नरेट पुलिस के सीआईए वन की टीम ने निर्मल सिंह काहलों के भतीजे संदीप काहलों को इस मामले में गिरफ्तार किया है।
सतबीर को पुलिस ने किया गिरफ्तार
वहीं इस मामले पर सीआईए वन के इंचार्ज इंस्पेक्टर बेअंत जुनेजा ने बताया कि सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में एक फार्च्यूनर कार का पता चला था। इसके बाद जांच की गई तो पता चला कि सतबीर की है, जिसे गिरफ्तार किया गया और उससे हथियार भी बरामद हुआ है। सतबीर से पूछताछ में कई सुराग मिले और जांच में ये भी पता लगा कि उसके तार संदीप सिंह काहलों से जुड़े है।
मूसेवाला मर्डर केस में पूर्व विधानसभा स्पीकर के भतीजे के तार जुड़े मिले
पुलिस पूछताछ में कई खुलासे हुए है। पुलिस के मुताबिक सिद्धू मूसेवाला की हत्या से तकरीबन दस दिन पहले विधानसभा के पूर्व स्पीकर निर्मल सिंह काहलों के भतीजे संदीप काहलों ने ही मनी रइया, मंदीप तूफान और एक अज्ञात गैंगस्टर को छोड़ने के लिए सतबीर को अमृतसर से बठिंडा भेजा था। इसके बाद ही सतबीर वापस आ गया और दस दिन बाद सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड को अंजाम दिया गया। पुलिस की पूछताछ में ये भी बात सामने आई है कि सिद्धू के मर्डर केस के बाद संदीप काहलों ने सतबीर को फोन पर कबूला था कि उसके लोगों ने ही सिद्धू मूसेवाला की हत्या को अंजाम दिया है इसलिए वो थोड़ा सतर्क रहे। पूछताछ में ये भी सामने आया कि वो उनके जाली पासपोर्ट का इंतजाम करने की कोशिश में है ताकि उन्हें विदेश फरार कर सके। इस तरह से संदीप काहलों पर पुलिस को शक हुआ और उसे पकड़कर धर दबोचा।
संदीप सिंह काहलों का भी नाम आया सामने
इस केस पर इंस्पेक्टर बेअंत जुनेजा ने बताया कि संदीप सिंह काहलों और जग्गू भगवानपुरिया के काफी पुराने संबंध है। गैंगस्टर मनी रइया और मंदीप तूफान दोनों जग्गू भगवानपुरिया के ही पुराने साथी हैं। जग्गू भगवानपुरिया के आदेश के बाद संदीप सिंह काहलों के आदेश पर ही सतबीर तीनों गैंगस्टरों को 19 मई को फार्च्यूनर कार में बठिंडा छोड़ने के लिए गया था। जब सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में संदीप सिंह काहलों का नाम सामने आने लगा तो वह एक बार छिप गया था, मगर बाद में उसे पुलिस ने काबू कर लिया।
बलदेव चौधरी है बिश्नोई का करीबी साथी
इंस्पेक्टर बेअंत जुनेजा ने आगे बताया कि बलदेव चौधरी लॉरेंस बिश्नोई का काफी नजदीकी साथी रहा है। वह कनाडा में बैठे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के संपर्क में भी लगातार था। गोल्डी बराड़ ने ही बलदेव चौधरी की ड्यूटी लगाई थी कि वह लुधियाना से बठिंडा तीनों गैंगस्टरों मनी रइया, मंदीप तूफान और उनके एक साथी को हथियार सप्लाई करे। गोल्डी बराड़ से आदेश मिलने के बाद बलदेव चौधरी गाड़ी में बठिंडा गया और तीनों को हथियार सप्लाई करके वापस लौट आया।
वहीं पुलिस ने बलदेव चौधरी को गिरफ्तार किया। पुलिस की पूछताछ में पता लगा कि बलदेव पटियाला के भादसों इलाके में रहने वाले शख्स से थे। जिसके बाद उस शख्स को भी गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं जांच में अजनाला के घोड़ा व्यापारी सतबीर का नाम भी सामने आया और पता चला कि फार्च्यूनर कार में गैंगस्टरों को बठिंडा भी सतबीर ही छोड़कर आया था।
मूसेवाला मर्डर केस में हुआ खुलासा
हालांकि पुलिस ने सतबीर को गिरफ्तार कर लिया है। सतबीर से हुई पूछताछ के बाद पता चला कि संदीप सिंह काहलों ने उसे गैंगस्टरों को छोड़ने के लिए बठिंडा भेजा था और बाद में फोन करके भी कहा था कि वह सतर्क रहे। इसके अलावा संदीप सिंह काहलों ने ही सतबीर को उसकी सुरक्षा के लिए पिस्तौल दी थी, जिसके बाद पुलिस ने संदीप सिंह काहलों को गिरफ्तार कर लिया।
क्या है पूरा मामला
बता दें कि पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड को लेकर लगातार एक के बाद एक नए खुलासे हो रहे है। जिसमें कई लोगों के शामिल होने की जानकारी मिली है और अब भी पुलिस जांच में जुटी हुई है। सिद्धू मूसेवाला की पंजाब के मानसा जिले में 29 मई को हमलावारों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।