2012 में दिल्ली में हुई निर्भया गैंगरेप की घटना फिर से ताजा हो गई है। महाराष्ट्र के मुम्बई से बेहद दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। मुम्बई के साकी नाका इलाके में एक 30 साल की महिला के साथ बलात्कार करने और उसके प्राइवेट पार्ट्स में रॉड डालने की घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है।
दरअसल 9 सितंबर की रात को करीब 3 बजे पुलिस को जानकारी मिली थी कि साकी नाका इलाके के खैरानी रोड में एक महिला बुरी तरह से घायल अवस्था में एक टैम्पो में मिली है। मौके पर पहुंती पुलिस ने महिला को तुरंत अस्पताल पहुंचाया, लेकिन इलाज के बाद डॉक्टर ने जो पुलिस को बताया, उससे पुलिस वाले भी हक्के बक्के रह गए।
डॉक्टर ने पुलिस को बताया कि महिला के साथ बलात्कार हुआ था और फिर उसके साथ बुरी तरह से मारपीट की गई। इतना ही नही रेपिस्ट ने महिला के प्राइवेट पार्ट्स में रॉड से हमला किया है। महिला बुरी तरह से खून से लथपथ थी, और इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई। इस पूरी घटना की वीडियो सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया औऱ पुलिस ने कुछ घंटो के अंदर ही आरोपी को धर दबोचा।
शख्स का नाम हुआ उजागर
महिला के साथ इस हैवानियत को अंजाम देने वाले शख्स का नाम मोहन चौहान है। घटना की जानकारी मिलने के बाद मुम्बई की मेयर घाटकोपर अस्पताल पहुंची थी पीड़ित महिला का हाल जानने के लिए, लेकिन शनिवार को महिला ने दम तोड़ दिया। पुलिस के मुताबिक मोहन चौहान ने महिला से बलात्कार करने के बाद उसके साथ मारपीट की और फिर उसे पास के टेंपो में फेंक कर फरार हो गया, जो सीसीटीवी कैमरे में भी नजर आ रहा है।
खबरों की मानें तो मृतक महिला और आरोपी मोहन चौहान पहले 10-12 सालों के रिलेशन में रह चुके थे। जिसके बाद अब आरोपी ने घटना को अंजाम दिया। पुलिस मामले की तहकीकात कर रही है। आरोपी से पूछताछ जारी है।
मुम्बई में इस निर्मम घटना के बाद एक बार फिर से 16 दिसंबर 2012 को दिल्ली में हुए निर्भया गैंगरेप की याद ताजा कर दी है, निर्भया के अपराधी तो अब अपने अंजाम तक पहुंच चुके है लेकिन बावजूद इसके इस तरह की घटना से प्रशासन और कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े होने लगे है। फिलहाल मोहन चौहान पुलिस की हिरासत में है, ऐसे में देखना ये है कि तमाम अहम सबूत मिलने के बाद इस पिड़ित महिला को कब तक न्याय मिलता है।