पहले सिद्धू मूसेवाला (Siddhu Moosewala) और अब बाबा सिद्दीकी (Baba Siddiqui), लॉरेंस बिश्नोई और उसका गिरोह (Lawrence Bishnoi Gang) अब अपराध की दुनिया का बेताज बादशाह बनने की राह पर है। लॉरेंस बिश्नोई और उसका आतंक उसी तरह फैल रहा है जैसे 90 के दशक में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम (Underworld Don Dawood Ibrahim) का था। उसकी गतिविधियों को देखते हुए अब उसे दाऊद इब्राहिम जैसे अंतरराष्ट्रीय अपराधियों से जोड़ा जा रहा है। माना जाता है कि लॉरेंस बिश्नोई ने अपने गिरोह में 700 से ज़्यादा शूटरों को प्रशिक्षित किया है, जो भारत के 11 राज्यों में आतंक फैलाने में सक्रिय हैं।
लॉरेंस बिश्नोई: शुरुआती जीवन और अपराध की दुनिया में प्रवेश- Lawrence Bishnoi Life
लॉरेंस बिश्नोई राजस्थान के एक गांव में पैदा हुआ था और बिश्नोई समुदाय (Bishnoi community) से ताल्लुक रखता है। अपने शुरुआती जीवन में वह एक साधारण छात्र था, लेकिन कॉलेज के दिनों में वह अपराध की दुनिया में चला गया। उसे पहली बार पहचान तब मिली जब उसने कॉलेज के राजनीतिक चुनावों में हिस्सा लिया और यहीं से उसके अपराध का सफर शुरू हुआ।
दाऊद इब्राहिम के नक्शे कदम पर- Dawood Ibrahim vs Lawrence Bishnoi
लॉरेंस बिश्नोई की कार्यप्रणाली और उसके अपराधों का विस्तार उसे भारत के सबसे कुख्यात अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से जोड़ता है। बिश्नोई के अपराधों में हत्या, जबरन वसूली, अवैध हथियारों की तस्करी और संगठित अपराध शामिल हैं। बिश्नोई का गिरोह पूरे देश में फैला हुआ है, खासकर राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और कई अन्य राज्यों में। उसके गिरोह के शूटर हाई-प्रोफाइल अपराधों में शामिल रहे हैं। दाऊद इब्राहिम की तरह, बिश्नोई का गिरोह भी एक अंतरराज्यीय नेटवर्क पर आधारित है, जिसके गुर्गे विभिन्न राज्यों में फैले हुए हैं। वे उसकी ओर से हाई-प्रोफाइल हत्याएं, जबरन वसूली और अन्य आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देते हैं।
700 शूटरों का नेटवर्क
खबरों की मानें तो, लॉरेंस बिश्नोई ने अपने गिरोह में 700 से ज़्यादा शार्पशूटरों को रखा हुआ है, जो अलग-अलग राज्यों में सक्रिय हैं। इन शूटरों को संगठित अपराध करने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है और ये विभिन्न अपराधों में शामिल होते हैं, जैसे बिश्नोई के गिरोह ने कई बार निजी दुश्मनी के चलते हत्या की वारदातों को अंजाम दिया है। कुछ हाई-प्रोफाइल लोगों की हत्याओं में बिश्नोई का नाम सामने आया है। इसके अलावा बड़े व्यापारियों और प्रभावशाली लोगों से फिरौती मांगने के मामले भी बिश्नोई के गिरोह से जुड़े हुए हैं।
सिद्धू मूसेवाला की हत्या- Siddhu Moosewala murder
लॉरेंस बिश्नोई का नाम तब चर्चा में आया जब पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में उसका नाम आया। इस हत्या ने पूरे देश में हलचल मचा दी और बिश्नोई गैंग की धमक और भी बढ़ गई। अब हाल ही में महाराष्ट्र के मुंबई में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या में बिश्नोई गैंग (Baba Siddiqui Murder) की संलिप्तता सामने आई है।
जेल के अंदर से अपराध
दाऊद इब्राहिम की तरह ही, बिश्नोई जेल में रहते हुए भी अपने आपराधिक नेटवर्क को संचालित करता रहा है। लॉरेंस बिश्नोई वर्तमान में गुजरात की साबरमती जेल(Sabarmati Jail in Gujarat) में बंद है, लेकिन उसके गिरोह का संचालन वह जेल के अंदर से ही करता है। उसे हाई-सिक्योरिटी जेल में रखा गया है, फिर भी उसके गिरोह के अपराध देशभर में जारी हैं। उसके गिरोह का संचालन मोबाइल फोन, सोशल मीडिया, और अन्य तरीकों से जेल के अंदर से ही होता है।
बता दें, NIA ने लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बरार समेत 16 गैंगस्टरों के खिलाफ UAPA कानून के तहत चार्जशीट दाखिल की है। एनआईए ने अपनी चार्जशीट में लॉरेंस बिश्नोई गैंग की तुलना दाऊद इब्राहिम की डी-कंपनी से की है।