पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद लॉरेंस बिश्नोई गैंग और गैंगस्टर गोल्डी बराड़ का गैंग चर्चा में आया था। फिलहाल गैंगस्टर गोल्डी बराड़ की मौत हो चुकी है और लॉरेंस बिश्नोई तिहाड़ जेल में है। लॉरेंस अब जेल में रहकर ही अपनी साजिशों को अंजाम देता है। इसी बीच एक और नाम चर्चा में आया, उस गैंग का नाम है बंबीहा गैंग। इस गैंग को बिश्नोई गैंग का कट्टर विरोधी माना जाता है और जब मूसेवाला की हत्या हुई थी तो इसी बंबीहा गैंग ने कथित फेसबुक पोस्ट के जरिए बदला लेने की बात कही थी। हालांकि, हैरान करने वाली बात ये है कि बंबीहा गैंग को चलाने वाला दविंदर सिंह बंबीहा था, जो साल 2016 में एनकाउंटर में मारा गया था। लेकिन अब सोचने वाली बात ये है कि जब गैंग का मुख्य सरगना मर चुका है, तो उसके बाद इस गैंग की बागडोर किसने संभाली और किसके दुनिया के किस कोने से अब ये गैंग काम कर रहा है। आइए इन सभी सवालों के जवाब देते हैं।
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कौन था दविंदर बंबिहा
दविंदर बंबीहा का जन्म मोगा जिले के बंबीहा गांव में हुआ था, उनका असली नाम दविंदर सिंह सिद्धू था। अपराध की दुनिया में कदम रखने से पहले वो एक मशहूर कबड्डी खिलाड़ी था। 2010 में जब वह कॉलेज की पढ़ाई पूरी कर रहा था, तब उसका नाम एक हत्या के मामले में सामने आया था। यह घटना उसके गांव में दो पक्षों के बीच झड़प के दौरान हुई थी। हत्या के मामले में उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था, जहां उसकी मुलाकात कई गैंगस्टरों से हुई और आखिरकार वह एक खतरनाक शार्प शूटर बन गया। हालांकि 9 सितंबर, 2016 को पंजाब पुलिस ने बठिंडा जिले के रामपुरा के पास गिल कलां में मुठभेड़ के दौरान 26 वर्षीय दविंदर बंबीहा की हत्या कर दी थी। साल 2016 में मारे जाने का बाद पुलिस को लगा कि अब इस गैंग का सफाया हो चुका है, लेकिन बंबीहा के आधा दर्जन से अधिक ऐसे सहयोगी और दोस्त थे, जिन्होंने उसकी गैंग को सक्रिय रखा।
आर्मेनिया से चलाता है बंबिहा गैंग
बंबीहा के एनकाउंटर के बाद गौरव उर्फ लकी पटियाल ने इस गिरोह की कमान संभालनी शुरू कर दी। लकी पटियाल एक मशहूर पंजाबी डकैत है जो चंडीगढ़ के धनास में रहता है। उसे हत्या, हत्या के प्रयास और जबरन वसूली के आरोप में जेल भेजा गया था और बाद में वह आर्मेनिया भाग गया। लकी पटियाल गैंग में हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, हिमाचल, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के करीब 300 शूटर हैं। पंजाब पुलिस कई सालों से आर्मेनिया में गैंग चला रहे लकी को भारत प्रत्यर्पित करने की कोशिश कर रही है।
वहीं गैंग का दूसरा गैंगस्टर मोगा जिले के कुसा गांव का रहने वाला सुखप्रीत सिंह बुडाह हैं जो अभी भी संगरूर जेल में बंद है। बंबीहा गैंग ने हाल ही में जालंधर में अंतरराष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी संदीप नांगल अंबिया की हत्या की थी। इस गैंग ने दिल्ली हरियाणा के गैंगस्टर और लॉरेंस के कट्टर प्रतिद्वंद्वी सुनील उर्फ टिल्लू ताजपुरिया और नीरज बवाना गैंग के साथ गठजोड़ करके दिल्ली-एनसीआर में अपना नेटवर्क फैलाया है।
बंबिहा गैंग ने ही कराई थी विक्की मिड्दुखेड़ा की हत्या
7 अगस्त 2021 को मोहाली के सेक्टर 71 मार्केट में प्रॉपर्टी डीलर के कारोबार के सामने विक्रमजीत सिंह उर्फ विक्की मिड्दूखेड़ा की हत्या के तार गौरव पटियाल उर्फ लक्की से जुड़े हैं, जो आर्मेनिया के दविंदर बंबीहा गैंग को नियंत्रित करता है। विक्की मिड्दूखेड़ा की हत्या के बाद दविंदर बंबीहा गैंग ने जिम्मेदारी स्वीकार की थी। पुलिस पूछताछ में गुरुग्राम जिले के नाहरपुर रूपा गांव निवासी कौशल चौधरी की पहचान हुई और वह अब करनाल जेल में बंद है। उसने लक्की पटियाल की मदद के लिए अपने गिरोह के फरार सदस्यों के साथ मिलकर इस योजना को अंजाम दिया था। और इस तरह यह गिरोह लगातार बेहद शातिर तरीके से अपने काले कामों को अंजाम दे रहा है।
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