राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो की रिपोर्ट के आंकड़ों के अनुसार, मध्य प्रदेश में एसटी के खिलाफ सबसे अधिक अपराध के मामले दर्ज होते है। आसान शब्दों में कहें तो एमपी दलितों के लिए बिल्कुल भी सुरक्षित राज्य नहीं है, यहां हर दिन दलितों के खिलाफ आपराधिक मामले सामने आते हैं। हाल ही में मध्य प्रदेश के कटनी का एक वीडियो वायरल हो रहा है। जीआरपी थाने में पदस्थ इंस्पेक्टर अरुणा वाहने द्वारा शहर के झर्राटिकुरिया क्षेत्र की एक महिला और उसके 15 वर्षीय पोते की डंडे से पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। जिसके बाद हंगामा मच गया है। इस मामले को लेकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने ट्विटर पर पोस्ट कर सत्ता पक्ष पर निशाना साधा है।
युवक की पिटाई का वीडियो वायरल
बताया जा रहा है कि झार्राटिकुरिया निवासी कुसुम वंशकार और उसके पोते को छह महीने पहले जीआरपी थाने में ले जाया गया था। थाने के प्रभारी ने उन दोनों को अपने चैंबर में बंद कर दिया और डंडे से पीटा। वीडियो में दोनों को थाने के सुपरवाइजर के अलावा कुछ पुलिस अफसरों द्वारा पीटा जाता हुआ दिखाया गया है। इसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
इस वीडियो के जरिए #जीआरपी कटनी का घिनौना चेहरा सामने आया है।
बूढी दादी और नाबालिग पोते को कमरे में बंद कर के एक दूसरे के सामने ही पीटा गया।
पिटाई भी ऐसी की देखने वालों के रोंगटे खड़े हो जाएँ।पीड़ित महिला कुसुम वंशकार और उनका 15 वर्षीय पोता दीपराज एक दलित परिवार से आते हैं,… pic.twitter.com/hWiAqUcZ21
— Article19 India (@Article19_India) August 28, 2024
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने किया पोस्ट
कांग्रेस ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए पीसीसी अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘एक दलित मां और बेटे को बंद कमरे में बेरहमी से पीटा गया। मध्य प्रदेश में दलित भाजपा के कुशासन में डर के साये में जीने को मजबूर हैं। अगर मुख्यमंत्री अपने प्रदेश की जनता की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर सकते तो उन्हें तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।’
बीजेपी का पलटवार
कटनी मामले पर कांग्रेस के बयान पर भाजपा ने भी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। प्रदेश प्रवक्ता शिवम शुक्ला ने कांग्रेस पर गिद्ध राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा दंगों या छोटी-मोटी घटनाओं को राजनीतिक रंग देने की कोशिश करती है। उन्होंने यह भी कहा कि यह मामला करीब एक साल पुराना है, फिर भी राज्य सरकार ने इसे संवेदनशीलता से संभाला है। शुक्ला ने आरोप लगाया कि कांग्रेस हमेशा ऐसे मुद्दों की तलाश में रहती है, जहां वह अपनी राजनीतिक रोटियां सेंक सके।
2023 की बताई जा रही वीडियो
उन्होंने कहा कि सागर, सतना, नरसिंहपुर, अशोकनगर और अब कटनी में हुई घटनाएं मोहन यादव की क्षमता और नीयत पर लगातार सवाल उठा रही हैं। वीडियो वायरल होने के बाद एसपी-रेलवे जबलपुर ने ट्वीट किया, ‘मामला प्रकाश में आने के बाद निम्न तथ्य प्रकाश में आए: ट्विटर पर दिखाई गई तस्वीर अक्टूबर 2023 की पाई गई। तस्वीर में दिख रहा व्यक्ति कुख्यात अपराधी दीपक वंशकार का रिश्तेदार है।’
बता दें, दीपक वंशकार के खिलाफ कटनी जीआरपी थाने में 19 आपराधिक मामले दर्ज हैं। वह 2017 से निगरानी में है। पिछले साल चोरी के एक मामले में फरार होने के बाद उसकी गिरफ्तारी पर 10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। ट्विटर पर सामने आए तथ्यों के आधार पर जीआरपी कटनी थाना प्रभारी को हटाकर रेलवे उपाधीक्षक को जांच के आदेश दिए गए हैं।
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