उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक मुर्गे को लेकर विवाद इतना बढ़ गया कि पुलिस को बीच-बचाव करना पड़ा। दरअसल मुर्गे के चोंच मारने के विवाद को लेकर दो पक्षों में जमकर मारपीट हुई। मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी को समझाने की कोशिश की लेकिन वे हंगामा और मारपीट करते रहे। विवाद बढ़ता देख पुलिस ने मुर्गे के मालिक को थाने में हिरासत में ले लिया और उसके खिलाफ चालान काट दिया। मामला सुर्खियों में आते ही हर कोई काफी हैरान है कि आखिर एक मुर्गे को लेकर इतना बवाल क्यों हुआ। आइए आपको बताते हैं क्या है पूरा मामला।
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ये है पूरा मामला
यह पूरी घटना कानपुर के बिठूर से सामने आई है। नारामऊ निवासी मोहम्मद बकरीदी ने एक मुर्गा पाल रखा है। बताया जा रहा है कि यह मुर्गा जब भी आजाद होता है तो गली में गुजरने वाले लोगों को चोंच मारता है और काटता है। इसी बीच बुधवार को मोहम्मद बकरीदी के पड़ोस में रहने वाले इरशाद भी गली से गुजर रहे थे। अचानक मुर्गे ने उन्हें भी चोंच मार दी और काट लिया।
चोंच मारने पर हुआ बवाल
बताया जा रहा है कि इस बात की शिकायत करने पर इरशाद का मुर्गी के मालिक से झगड़ा हो गया। मामला इतना बिगड़ गया कि दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर लाठी-डंडे से हमला करना शुरू कर दिया। स्थानीय लोगों ने घटना और झगड़े की सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी को थाने पहुंचाया, जहां दोनों पक्षों से पूछताछ की गई।
पिंजरे में बंद रखो मुर्गा- पुलिस
बकरीदी ने पुलिस पूछताछ में कबूला कि वह हमेशा अपने मुर्गे को बांधकर रखता था। उस दिन वह घर पर नहीं था। उसका बेटा जब घर से कुछ काम के लिए निकला तो गेट खुला रह गया था। मुर्गे ने दरवाजा खुला देखकर पड़ोसी के पैर में चोंच मार दी। फिलहाल पुलिस ने मुर्गे के मालिक को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही उसे अपने मुर्गे को पिंजरे में बांधकर रखने को कहा है। एसीपी कल्याणपुर अभिषेक पांडेय के मुताबिक पुलिस ने काटने वाले मुर्गे के मालिक को सख्त हिदायत दी है कि मुर्गे को पिंजरे में ही रखें और उसे कतई बाहर न छोड़ें। पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाने का काफी प्रयास किया। हालांकि, जब दोनों पक्ष सहमत नहीं हुए तो दोनों को सजा दी गई।