Journalist Mukesh murder: हाल ही में छत्तीसगढ़ के बस्तर इलाके से एक दिल दहलाने वाली खबर सामने आई है जहाँ जाने-माने पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या कर दी गई है। खबर यह भी है कि मुकेश पिछले 3 दिनों से लापता थे, तो चलिए आपको इस लेख पुरे मामले के बारें में बताते हैं…आखिर क्यों की गई पत्रकार मुकेश की इतनी बेरहमी से हत्या…
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जानें क्या है पूरा मामला?
बीजापुर में एक 28 वर्षीय पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या कर दी गई। उनकी मौत से पत्रकारिता जगत में शोक की लहर है। उनका शव एक ठेकेदार की संपत्ति पर एक सेप्टिक टैंक में मिला। मुकेश एक स्थानीय समाचार चैनल के लिए काम करते थे। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और कई लोगों से पूछताछ कर रही है। मुकेश ने एक सड़क निर्माण परियोजना में अनियमितताओं के बारे में रिपोर्ट की थी। इसके बाद उन्हें धमकियां मिली थीं। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या इस रिपोर्टिंग और उनकी हत्या के बीच कोई संबंध है।
A journalist has been murdered, yet there’s an eerie silence all around. No discussions, no outrage. It seems the so-called “journalists” have lost their voice.1/n pic.twitter.com/Il5H0o5u2S
— Awanish Tiwari (@awanish_T) January 4, 2025
दरअसल, पत्रकार मुकेश 1 जनवरी को अचानक गायब हो गए थे, जिसके बाद उनके भाई ने उनकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी। जिसके बाद पुलिस की खोजबीन से पता चला कि मुकेश की हत्या कर दी गई हैं। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया और जांच शुरू कर दी और कई लोगों से पूछताछ कर रही है। पुलिस जांच से पता चला कि मुकेश ने एक सड़क निर्माण परियोजना में अनियमितताओं के बारे में रिपोर्ट की थी। वही इसके बाद उन्हें धमकियां मिली थीं। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या इस रिपोर्टिंग और उनकी हत्या के बीच कोई संबंध है। वही मुकेश ने 2021 में माओवादियों द्वारा अपहृत सीआरपीएफ जवानों की रिहाई में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इसके अलवा मुख्यमंत्री ने अपराधियों को सख्त सजा देने के निर्देश दिए। पत्रकारों ने इस हत्या की निंदा की।
मुकेश चंद्राकर शव कहाँ मिला
पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी पहचान बना रहे मुकेश चंद्राकर का शव दो दिन की खोजबीन के बाद उनका शव एक ठेकेदार की संपत्ति पर बने सेप्टिक टैंक में मिला।टैंक को हाल ही में कंक्रीट से बंद किया गया था, जिससे हत्या का शक गहरा हो गया। पुलिस इस मामले में हर एक एंगल से जाँच कर रही हैं। वही आरोपी ठेकेदार प्रदेश कांग्रेस एससी प्रकोष्ठ सुरेश चंद्राकर का करीबी भी माना जा रहा है।
4 आरोपी गिरफ्तार
पुलिस की जांच के बाद अब इस मामले में चार आरोपियों गिरफ्तार किया गया हैं। हत्या के इस मामले में मुख्य आरोपी रितेश चंद्राकर समेत चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्त में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है. हत्या के बाद फरार आरोपी ठेकेदार रितेश चंद्राकर दिल्ली से पकड़ा गया है। ठेकेदार रितेश को पुलिस की टीम दिल्ली से बीजापुर लेकर आई है। वही पुलिस द्वारा मिली जानकारी के अनुसार, पत्रकार हत्याकांड में अन्य आरोपियों के शामिल होने की भी आशंका है। फिलहाल, पकड़े गए सभी आरोपियों से पुछताछ जारी है।
कौन थे मुकेश चंद्राकर
मुकेश चंद्राकर बस्तर का एक प्रसिद्ध पत्रकार थे, जिनका नाम उस समय चर्चा में आया था जब उन्होंने नक्सलियों के चंगुल से एक महत्वपूर्ण व्यक्ति को बचाया था। उनका जीवन न केवल पत्रकारिता के क्षेत्र में बल्कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में उनके साहसिक कार्यों के लिए भी जाना जाता है। इसके अलवा वे एक यूट्यूब चैनल भी चलाते थे, जिसके 1.59 लाख से ज़्यादा सब्सक्राइबर थे।
बाइक चला रहे पत्रकार का नाम मुकेश चंद्राकर है।
– साल 2021 में नक्सलियों के चंगुल से CRPF जवान को छुड़ाने में चंद्राकर ने अहम भूमिका निभाई थी।
– कल बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर को एक ठेकेदार ने मारकर अपने घर के सेप्टिक टैंक में दफना दिया.
– पत्रकार मुकेश चंद्राकर ने सड़क… pic.twitter.com/1KdIAxqhw0— Nedrick News (@nedricknews) January 4, 2025
मुकेश चंद्राकर ने अपनी पत्रकारिता में हमेशा साहस और ईमानदारी से काम किया। बस्तर जैसे नक्सल प्रभावित इलाकों में जहां पत्रकारों को अपनी जान जोखिम में डालकर काम करना पड़ता है, मुकेश ने अपनी रिपोर्टिंग के दौरान कई बार अपनी जान को जोखिम में डाला। उनकी सबसे उल्लेखनीय घटना तब सामने आई जब उन्होंने नक्सलियों के चंगुल से एक महत्वपूर्ण व्यक्ति को बचाया। यह घटना उनकी पत्रकारिता के नैतिक और साहसी दृष्टिकोण को दर्शाती है। मुकेश चंद्राकर का कार्य न केवल स्थानीय लोगों के लिए बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणादायक था। वह एक उत्कृष्ट पत्रकार होने के साथ-साथ बस्तर की जटिल परिस्थितियों में समाज के हित में काम करने वाले व्यक्ति के रूप में पहचाने जाते हैं। उनके योगदान को आज भी याद किया जाता है।