क्यों स्पेशल कोर्ट को ट्रांसफर किया गया अंकिता मर्डर केस ?
Ankita murder case: इस प्यार को क्या नाम दें सनक या फिर एक तरफ़ा प्यार। अंकिता हत्याकांड धीरे धीरे नया मोड़ लेता जा रहा है। इन दिनों बहुचर्चित अंकिता हत्याकांड मीडिया में छाया हुआ है। जिस कारण पूरे देश की नजर इस केस पर टिकी है। अंकिता हत्याकांड को मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी(सीजेएम) दुमका की अदालत से प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह विशेष न्यायालय प्रकाश चन्द्रा की अदालत में ट्रांसफर कर दिया गया है। इस केस को विशेष अदालत में ट्रांसफर करने का एक प्रमुख कारण है की जनता जल्द से जल्द अंकिता के लिए न्याय चाहती है। बुधवार को अंकिता हत्याकांड से जुड़े सारे दस्तावेज भी सीजेएम अदालत से अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह विशेष न्यायालय प्रकाश चन्द्रा की अदालत में भेज दिया गया है। अंकिता हत्याकांड पर तेज़ी सुनवाई के लिए इसे सपेशल कोर्ट भेजा गया है।
डॉक्टरों ने सौंपी पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट, हुआ बड़ा खुलासा
एक तरफ अंकिता को जल्द से जल्द इंसाफ दिलाने के लिए उनके केस को स्पेशल कोर्ट भेजा जा रहा है वहीं दूसरी तरफ डॉक्टरों ने अंकिता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट दुमका पुलिस को सौंप दी है। अंकिता का पोस्टमार्टम रांची स्थित रिम्स के फोरेंसिक मेडिसिन एंड टॉक्सिकोलॉजी (एफएमटी) विभाग में हुआ था। अंकिता के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह साफ़ है की अंकिता के शरीर को बहुत तेज़ ज्वलनशील पदार्थ से जलाया गया था। जलने से अंकिता के शरीर की ऊपरी परत में मवाद भर गए थे जिस कारण उनके शरीर के सभी अंगों ने धीरे-धीरे काम करना बंद कर दिया और अंकिता की मौत हो गई। पोस्टमार्टम की एक कॉपी रांची के उपायुक्त को भी भेज दी गई है।
पोस्टमार्टम के समय अंकिता के शरीर से डॉक्टरों ने बिसरा को सुरक्षित निकाल लिया था। जिसके बाद डॉक्टरों की टीम ने बिसरा को रांची के रिम्स हॉस्पिटल में रखा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह भी स्पष्ट किया गया है की अगर तीन महीने के अंदर पुलिस बिसरा को राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला से नहीं ले गई तो रिम्स प्रबंधन उसे निष्पादित कर देगा। पोस्टमार्टम के बाद अंकिता के शरीर की पैथोलॉजिकल जांच होगी जिससे उनकी शारीरिक संबंध से जुड़ी रिपोर्ट आएगी जिसे जल्द पुलिस को सौंप दिया जायेगा।
क्या है पूरा मामला ?
23 अगस्त को झारखण्ड के दुमका में अंकिता को सिर्फ इसलिए जला दिया गया था क्यूंकि उसने शाहरुख़ के प्रेम प्रस्ताव को ठुकरा दिया था। जिसके बाद शाहरुख़ ने अंकिता पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी थी। हॉस्पिटल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई, जिसके बाद पुलिस ने शाहरुख़ और उसके एक दोस्त नईम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। दोनों अपराधियों पर दुमका पुलिस ने 302, 34 और 120बी और पोक्सो एक्ट की धारा 12 के तहत प्राथमिकी दर्ज की थी।
शाहरुख़ के दोस्त नईम का आतंकवादी कनेक्शन
शाहरुख़ के दोस्त नईम पर पिछले साल भी एक लड़की के अपहरण का मामला दर्ज है। अंकिता के पिता ने यह भी बताया है की दोनों अपरधियों को ड्रग्स की लत है। लेकिन उन्होंने दोनों अपराधियों के आतंकी कनेक्शन से मना कर दिया। दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी ने दोनों अपरधियों पर आरोप लगाते हुआ कहा की दोनों अपराधियों के सम्बन्ध एक बंगलादेशी आतंकी संगठन पीएफआई से है। बीजेपी ने अंकिता हत्याकांड केस को NIA को सौपने की मांग की है जिससे अंकिता और उसके परिवार वालों को तेज़ी से न्याय मिल सके।