बिहार की खाकी वर्दी का बेहद ही घिनौना चेहरा सामने आया है। यहां एक रेप पीड़िता को इंसाफ दिलाने के बजाए पुलिसकर्मी ने बेहद ही शर्मनाक डिमांड कर दी। बिहार के गया में एक महिला बलात्कार का शिकार हुई। वो अपने साथ हुई दरिंदगी की शिकायत और न्याय पाने की आस लेकर पुलिस के पास पहुंची, लेकिन उसे कहां मालूम था कि मदद करने की जगह पुलिसकर्मी घटिया डिमांड उसके आगे रख देंगे।
दुष्कर्म पीड़िता से सेक्स की डिमांड
मामला गया के डेल्था थाना क्षेत्र का है, जहां रेप पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए एक दारोगा ने उसके साथ गलत काम करने की डिमांड रख दी। इंस्पेक्टर ने महिला से सेक्स की डिमांड की थी। सिर्फ इतना ही नहीं इंस्पेक्टर ने तो महिला को ये कहते हुए धमकाया भी कि अगर उसने उनकी बात नहीं मानी तो वो केस खराब कर देंगे। महिला का आरोप है कि उसने केस के एक आरोपी को जांच में निर्दोष तक बता दिया। हालांकि जब इंस्पेक्टर की ये करतूत सबके सामने आई तो वो ही इस मामले में फंस गए। महिला ने सबूत के तौर पर इंस्पेक्टर के गलत मांग की ऑडिया और वीडियो दिखाई। जिसके बाद दारोगा सुधीर कुमार के खिलाफ एक्शन लेते हुए गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
बिहार से सामने आ चुके हैं इस तरह के कई मामले
बिहार में इस तरह का ये पहला मामला बिल्कुल भी नहीं है। राज्य से पुलिस के ऐसे कई कारनामे आते ही रहते है, जो खाकी वर्दी को शर्मसार करते हैं। फरवरी में भी इस तरह का एक मामला सामने आया था। तब सीतामढ़ी जिले पुपरी थाने के तत्कालीन ASI शांति प्रकाश कुजुर को यौन शोषण के मामले में गिरफ्तार किया गया था। उन पर एक महिला ने शादी का झांसा देकर यौन शोषण करने के आरोप लगाए थे।
ऐसा एक मामला घोड़ासहन के एक गांव से सामने आया था। एक महिला ने दारोगा पर आरोप लगाए थे कि उसने युवती का चौदह सालों तक शारीरिक शोषण करने के बाद शादी से इंकार कर दिया। ये घटना पिछले साल दिसंबर की थी। इसके अलावा मई 2021 में भी ऐसी ही घटना समस्तीपुर जिले के एक थाने से आई थी। तब एक दारोगा पर अपने ही थाने में तैनात महिला सिपाही के साथ घटिया हरकत करने के आरोप लगे थे।