मशहूर बिजनेसमैन और बॉलीवुड एक्ट्रेस शिल्टा शेट्टी के पति राज कुंद्रा बीते दिन एकाएक सुर्खियों में आ गया। मंगलवार को राज कुंद्रा को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किया और वो भी पोर्नोग्राफी से जुड़े केस में। राज कुंद्रा पर आरोप है कि वो पोर्नोग्राफिक कंटेंट बनाते और उसको ऐप के जरिए प्रसारित भी करते थे।
राज कुंद्रा पर क्या आरोप लगे हैं?
इस मामले में राज कुंद्रा के खिलाफ इसी साल फरवरी में केस भी दर्ज हुआ था। मामले में कुछ लोगों की गिरफ्तारी पुलिस पहले ही कर चुकी है। जिनसे पूछताछ में ही राज कुंद्रा का नाम सामने आया। राज कुंद्रा को इस केस का मुख्य आरोपी और मुख्य साजिशकर्ता बताया जा रहा है। उन पर इस पूरे रैकेट को चलाने का आरोप लगा है।
मुंबई क्राइम ब्रांच के मुताबिक एक ऐप बनाकर वहां अश्लील फिल्में रिलीज की जाती थीं। सिर्फ इतना ही नहीं तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स ट्विटर, इंस्टाग्राम, व्हॉट्सऐप के जरिए इन फिल्मों का प्रचार भी होता था। जो लोग फिल्में देखना चाहते थे, उसके लिए उन्हें ऐप डाउनलोड करना होता था और साथ ही पेमेंट भी करनी होती थीं. पुलिस के अनुसार ऐप के मालिक राज कुंद्रा हैं।
हालांकि राज अपने ऊपर लगे इन आरोपों को गलत बता रहे हैं। उनका कहना है कि इस ऐप से उनका कोई भी लेना देना नहीं।
अब एक सवाल ये भी उठा रहा है कि अगर पोर्नोग्रॉफी से जुड़े इस केस में राज कुंद्रा दोषी पाए गए तो? ऐसा करने पर उन्हें क्या सजा दी जा सकती है? पोर्नोग्राफी को लेकर हमारे देश का कानून क्या है? आइए इसके बारे में आपको बताते हैं…
पोर्नोग्राफी को लेकर क्या है कानून?
पोर्नोग्राफी और पोर्नोग्राफिक कंटेंट को लेकर भारत का कानून सख्त है। इन मामलों में IT एक्ट के साथ ही IPC की कई धाराओं में भी केस दर्ज होता है। इस तरह के मामलों में दोषियों को सख्त सजा मिले, इसलिए आईटी एक्ट में संशोधन भी किया जा चुका है।
आज के दौर में पोर्नोग्राफी का ये कारोबार काफी फलफूल रहा है। ये एक कमाई का बड़ा जरिया बनता जा रहा है। दुनियाभर में ये कारोबार फैसला हुआ है। न्यूड फोटो, वीडियो टेक्स्ट, ऑडियो जैसी साम्रगी पोर्न के दायरे में आती हैं। इस तरह की सामग्री को इलेक्ट्रॉनिक ढंग से प्रकाशित करने, किसी को भेजने या फिर किसी दूसरे के जरिए प्रकाशित कराया जाता है, तो ये सब एंटी पोर्नोग्राफी कानून के तहत आता है, लेकिन इसको देखना, पढ़ना और सुनना गैरकानूनी नहीं। चाइल्ड पोर्नोग्राफी पर ऐसा नहीं हैं। चाइल्ड पोर्नोग्राफी देखना भी अवैध है और इस पर सजा तक हो सकती है।
कितनी सजा का है प्रावधान?
पोर्नोग्राफी से जुड़े मामलों में IT कानून 2008 की धारा 67 (A) और IPC की कई धाऱाओं के तहत सजा होने का प्रावधान है। इस तरह के केस में मामलों की गंभीरता को देखते हुए सजा दी जाती है। पहली बार गलती होने पर 5 साल की सजा होती है। साथ में 10 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया जाता है। वहीं अगर ये गलती दोबारा दोहराई जाए, तो ऐसे मामलों में 7 साल की जेल तक बढ़ाई जा सकती है।