“CRIME IN INDIA” की 2021 की रिपोर्ट में क्या है ?
हर साल की तरह इस साल भी NCRB (National Crime Record Bureau) ने 29 अगस्त 2022 को साल 2021 की अपनी नई रिपोर्ट जारी की है। National Crime Record Bureau जो हर साल “क्राइम इन इंडिया” का नया संस्करण लाती है। NCRB रिपोर्ट देश भर के आपराधिक मामलों का एक आंकड़ा होता है। प्रति साल जारी होने वाली यह रिपोर्ट बताती है की पिछले साल पूरे देश में कितने और किस तरह के क्राइम हुए थे। इस साल के NCRB रिपोर्ट पर ध्यान दें तो साल 2020 के मुताबिक साल 2021 में 7.6 प्रतिशत तक कम क्राइम हुआ है। वहीं दूसरी तरफ महिलाओं के खिलाफ अपराध दर में 8 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। साल 2020 में जहां महिलाओं के खिलाफ अपराध दर 56.5 प्रतिशत था वहीं 2021 में यह बढ़ कर 64.5 प्रतिशत हो गया है। यह आकड़ा प्रति 1 लाख जनसंख्या पर अपराधों की संख्या है। NCRB का आकड़ा पूरी कहानी तो नहीं स्प्ष्ट करता क्यूंकि बहुत सारे अपराध थाने और कोतवाली तक पहुंच ही नहीं पाते।
क्या है NCRB ?
NCRB का गठन 1986 में हुआ था ताकि देश में हो रहे अपराधों का एक रिकॉर्ड रखा जा सके। इसने अपनी पहली रिपोर्ट साल 1953 में निकाली थी। यह विभाग केन्द्रीय गृह मंत्रालय के अंदर आता है। इसका काम सिर्फ देश में हो रहे अपराधों का सालाना रिपोर्ट निकालना नहीं है बल्कि राज्य और अंतर्राष्ट्रीय अपराधियों पर सूचना को “इकट्ठा करना, समन्वय और आदान-प्रदान” करना शामिल है।
NCRB अपनी सालाना रिपोर्ट बनाती कैसे है ?
NCRB की रिपोर्ट में पूरे देश के 36 राज्य और केंद्र शाषित प्रदेशों के अपराध के आकड़े होते है। इस रिपोर्ट में देश के हर कोने के आपराधिक मामलों को सम्मिलित करने की कोशिश की जाती है। यह रिपोर्ट पहले थाने और कोतवाली के स्तर पर इकठ्ठा किया जाता है फिर जिलों के स्तर पर और फिर राज्यों के स्तर पर। आखिरी में यह जानकारी NCRB के पास पहुंचती है। । NCRB के लिए जिलों के आपराधिक आकड़ो को एकत्र District Criminal Record Bureau (DCRB) करती है जबकि राज्यों के आकड़े State Criminal Record Bureau (SCRB) करती है। NCRB इन सारे आकङों का सही से निरीक्षण कर पूरे देश की जनस्खंया के साथ बाटती है जिसके बाद NCRB हर साल अपनी रिपोर्ट जारी करती है।