Ghaziabad News: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां थाना वेव सिटी पुलिस ने एक युवक के प्राइवेट पार्ट काटने की चौंकाने वाली वारदात का खुलासा किया है। इस घटना के पीछे जो साजिश सामने आई है, वह किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं लगती। तीन आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद यह साफ हुआ कि पीड़ित संजय यादव ने खुद अपने किन्नर साथियों के साथ मिलकर यह खतरनाक योजना बनाई थी।
किन्नर गुरु बनने की थी चाहत, खुद रच डाली खौफनाक साजिश (Ghaziabad News)
दरअसल, संजय यादव इलाके के किन्नरों का गुरु बनना चाहता था। लेकिन इस क्षेत्र में पहले से ही पारो नामक किन्नर प्रभावशाली थी। संजय चाहता था कि किसी तरह पारो को जेल भिजवा दिया जाए, ताकि वह खुद इस इलाके का गुरु बन सके। इसी वजह से उसने एक चाल चली, जिसमें उसने अपने कुछ किन्नर साथियों के साथ खुद के प्राइवेट पार्ट को कटवाने की योजना बनाई।
28 फरवरी को यह घटना ग्राम शाहपुर बम्हैटा के पास हुई थी, जब पुलिस को सूचना मिली कि संजय यादव बेहोश पड़ा है और उसका प्राइवेट पार्ट काट दिया गया है। मामला सामने आते ही पुलिस जांच में जुट गई और जल्द ही सच्चाई सामने आ गई।
कैसे रची गई यह साजिश?
संजय यादव ने अपने किन्नर साथियों के साथ योजना बनाई कि वह खुद ही अपना प्राइवेट पार्ट कटवाएगा। इस काम को अंजाम देने के लिए तानिया खान को ₹10,000 की रकम दी गई, जिसमें ₹5,000 Paytm से और ₹5,000 नकद दिए गए। संजय यादव ने पुलिस को भ्रमित करने के लिए किन्नर पारो का नाम इस अपराध में आरोपी के रूप में बताया, ताकि पारो को झूठे आरोप में फंसाकर जेल भेजा जा सके। योजना यह थी कि पारो के जेल जाने के बाद संजय खुद इस इलाके का किन्नर गुरु बन जाएगा।
तीन आरोपी गिरफ्तार, पुलिस ने ऐसे खोला राज
इस मामले की तह तक जाने के लिए गाजियाबाद पुलिस ने गहन जांच की। सीसीटीवी फुटेज और मैनुअल इनपुट के जरिए पुलिस को अहम सुराग मिले, जिसके बाद तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार आरोपी इस प्रकार हैं:
- जोगेंद्र उर्फ मोहिनी
- तानिया खान उर्फ बंगालन
- ब्रह्म सिंह उर्फ अजय
एसीपी उपासना पांडेय ने बताया कि गिरफ्तारियां शाहपुर बम्हैटा में दिल्ली पुलिस कॉलोनी के पास से की गईं। जांच में यह भी सामने आया कि मुख्य आरोपी तानिया खान पर पहले से ही थाना निजामुद्दीन, दिल्ली में झगड़े का मामला दर्ज है। पुलिस अब उसके अन्य आपराधिक रिकॉर्ड की भी जांच कर रही है।
किन्नर समुदाय के नियम बने साजिश की वजह?
किन्नर समुदाय में गुरु बनने के लिए कुछ कड़े नियम होते हैं। इनमें से एक यह है कि बिना प्राइवेट पार्ट हटवाए कोई भी नया सदस्य नहीं बन सकता। संजय यादव ने इसी नियम का फायदा उठाते हुए खुद को किन्नरों के ग्रुप में शामिल करने और गुरु बनने की योजना बनाई थी।
बता दें, पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है और अन्य संभावित साजिशकर्ताओं की तलाश जारी है। पुलिस को शक है कि इस षड्यंत्र में और भी लोग शामिल हो सकते हैं।