पंजाब के मशहूर सिंगर सिद्धू मूसेवाला (Punjabi Singer Sidhu Moosewala) की हत्या को लेकर अब एक चश्मदीद ने मूसेवाला के दोस्तों पर गंभीर सवाल खड़े किए है। चश्मदीद खुद को पूर्व फौजी बता रहे है। उनका कहना है कि कातिल शूटर्स को पकड़ने में पुलिस ने लापरवाही की है।
दरअसल, पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला के कत्ल को लेकर एक चश्मदीद ने थार में बैठे मूसेवाला के दोस्तों पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। साथ ही चश्मदीद ने एक वीडियो साझा करते हुए कहा है कि शूटर्स को पकड़ने में पुलिस ने बड़ी लापरवाही की है। लेकिन इसको लेकर पुलिस या मूसेवाला के दोस्तों का कोई रिएक्शन सामने नहीं आया है।
चश्मदीद का बड़ा दावा
चश्मदीद ने दावा करते हुए कहा है कि कत्ल के बाद पहुंचे पुलिस वालों को मैंने कहा कि शूटर अभी भागे हैं। बोलेरो में 4 लोग हरियाणा की तरफ भागे जबकि 2 पंजाब के भीतर ही फरार हुए। अगर पुलिस उसी वक्त नाकाबंदी कर देती तो वह पकड़े जाते।
ये भी कहा जा रहा है कि सिद्धू मूसेवाला ने भी 2 फायर किए थे। मुझे नहीं पता कि लॉक गाड़ी से फायर कैसे किए? थार के शीशे भी बंद थे।
पूर्व फौजी ने किया ये खुलासा
पूर्व फौजी ने ये भी कहा है कि 20-22 मिनट तक तो अंदर बैठे मूसेवाला के दोस्तों ने गाड़ी का लॉक ही नहीं खोला। मूसेवाला के साथ बैठे उनके दोस्त अंदर ही रहे। जब गांव के लड़कों ने थार के शीशे तोड़ सिद्धू को बाहर निकाला। तब मूसेवाला के दोस्त लॉक खोलकर बाहर आए।
मूसेवाला के दोस्त पर उठाए सवाल
वहीं चश्मदीद ने मूसेवाला के साथ बैठे सीट पर ये भी सवाल खड़े किए है कि जब कोई सिद्धू मूसेवाला के बराबर सीट पर आगे बैठा था तो उसके पैर में गोली कैसे लग गई?। मूसेवाला को गांव के लोग प्राइवेट गाड़ी में अस्पताल ले गए, लेकिन उसके दोस्त नहीं गए। पुलिस आई और एंबुलेंस पहुंची तो वह अस्पताल गए।
दोस्तों के बयान पर चश्मदीद बोले, सब झूठ है
चश्मदीद ने आगे कहा कि मैं ये भी जानता हूं कि सिद्धू के पीछे बैठा उनका दोस्त 5 मिनट तक किससे बात कर रहा था। अगर वो मुकरता है तो हमारे पास आए, हम साबित करेंगे। अंदर से बाहर कुछ दिख नहीं रहा था, हालांकि गोली वाली जगह से वो युवक कॉल करता दिखा। चश्मदीद ने आगे कहा कि मैंने दोस्तों के बयान सुने। बोल रहे थे कि धुंआ हो गया था। गर्दन उठाई तो दोबारा गोली चली। जबकि गोली जहां लगती है, वहीं थोड़ा धुंआ होता है। वे सब झूठ बोल रहे है।
पिता ने भी लगाए करीबियों पर इल्जाम
गौरतलब है कि इससे पहले भी सिदधू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह ने भी दावा किया था कि बेटे की हत्या में करीबी भी शामिल है। वो बतौर दोस्त मूसेवाला के करीब आए। उन्होंने कहा था कि वे जल्द ही इस बात का खुलासा करेंगे।
क्या है पूरा मामला
बता दें कि सिद्धू मूसेवाला की 29 मई को गोली मारकर हत्या कर दी गई। जब सिद्धू मूसेवाला अपने घर से निकले तब रास्ते में उनपर दिनदहाड़े फायरिंग हुई। जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। सिद्धू मूसेवाला के हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ ने फेसबुक पोस्ट के जरिये ली थी।