खुद के ही कपड़े फाड़ पुलिस थाने पहुंच गई महिला
कानून लोगों को न्याय दिलाता है पर आज के दौर में बहुत सारे ऐसे लोग है जो कानून का गलत फायदा उठाते हैं। खासतौर पर महिला उत्पीड़न का मामला समाज के लिए बहुत संवेदनशील होता है। लेकिन अगर कोई महिला इसका दुरूपयोग करती है तो यह समाज के लिए और भी भयावह हो जाता है। ऐसा ही एक मामला हरियाणा के जिन्द्का जिला के गुडाखेड़ा गांव से आया है। जहां सोमवार को एक महिला कर्ज के पैसे ना लौटने के कारण खुद के ही कपड़े फाड़ कर पुलिस थाने पहुंच गई। आदमी को हिरासत में लेने के बाद पुलिस को पता चला की इस महिला ने खुद से ही खुद के कपडे फाड़ लिए है ताकि उसे पैसे ना लौटने पड़े। पुलिस को आदमी द्वारा बनाये गए वीडियो के जरिये पूरी सच्चाई का पता चला।
क्या है पूरा मामला ?
आदमी का नाम हरदीप है जो गुडाखेड़ा गांव के निवासी हैं। हरदीप ने मीडिया से बात चित के दौरान बताया कि उन्होंने अपने भतीजे करण सिंह को 4 लाख 10 हजार रुपए एक खेत खरीदने के लिए दिए थे। बाद में करण सिंह ने खेत किसी और व्यक्ति को बेच दिया। जब यह बात हरदीप को पता चली तो वह करण सिंह से अपने पैसे मांगने लगा जिसपर करण ने उसे धमकी दी। हरदीप ने जब उससे बहुत बार पैसे मांगे तो एक शाम करण ने हरदीप को खेत पर बुलाया। हरदीप के मुताबिक उसे लगा की करण उससे पैसों की बात करना चाहता है। करण खेत पर अपनी मां, बीवी और बच्चों के साथ पहले से उपस्थित था।
हरदीप ने आगे कहा कि जब वह उनके पास पहुंचा तब हरदीप के भाव उसके पैसे लौटने के नहीं थे। करण ने हरदीप से कहा कि अभी तुमको और पैसे देने पड़ेंगे जिसपर हरदीप चौंक गया और कुछ समझ नहीं पाया। हरदीप ने जब अपने पैसे की बात की तब करण की बीवी सामने आकर उसे मारने की कोशिश करने लगी जिसके बचाव में हरदीप ने उसे धक्का दे दिया। जिसके बाद करण की बीवी ने उसके सामने खड़े होकर खुद के ही कपड़े फाड़ लिए और हरदीप पर महिला शोषण का झूठा आरोप लगाने लगी। करण की बीवी ने अपनी बेटी से पुलिस को फ़ोन करवाया जिसके बाद पुलिस वहां पहुंच गई। पुलिस के पहुंचने से पहले ही हरदीप वहां से भाग निकला। फटे हुए कपड़े में ही महिला थाने में पहुंची और हरदीप पर महिला उत्पीड़न के तहत शिकायत दर्ज करवा दी। हरदीप ने होशियारी से इस पुरे मामले की वीडियो बना ली थी। जब पुलिस अनिल कुमार सिंह ने हरदीप को थाने में बुलाया तो हरदीप थाने पहुंचे और महिला के खिलाफ रिपोर्ट लिखवाने की कोशिश की पर पुलिस नें उनकी शिकायत नहीं ली।
डीएसपी के बोडीगार्ड ने की मदद
हरदीप उसके बाद डीएसपी आवास गए जहां डीएसपी के एक बोडीगार्ड ने उनकी मदद की। डीएसपी के बोडीगार्ड के फोन करने के बाद पुलिस ने उनकी शिकायत रख ली पर करण और उसके परिवार पर कोई कार्यवाही नहीं की। हरदीप ऐसे ही थाने जाते रहा पर उसकी बात किसी पुलिस ने नहीं सुनी। बनाए गए वीडियो को हरदीप ने सभी को शेयर किया पर आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया। अंत में पुलिस ने हरदीप को यह कह कर भेज दिया की करण और उसके परिवारवालों ने अपनी शिकायत वापस ले ली है और तुम भी अपनी शिकायत लेकर जाओ।
इसके बाद करण बार-बार हरदीप को फ़ोन करके उसे धमकी देने लगा। करण ने हरदीप को कहा की इस बार खेत पर आओ इस बार तो वीडियो भी नहीं बनाने देंगे। हरदीप इस कारण बहुत डर गया, दुसरी तरफ उसकी नौकरी भी छूट गई और रिश्तेदार भी उनसे दूरी बनाने लगे। पुलिस और समाज की ऐसी हरकत के कारण हरदीप जैसे इंसान टूट जाते है। हरदीप ने बैंक से लोन भी उठा रखा है जिसकी भरपाई वह अभी तक कर रहा है।
महिलाओं द्वारा कानून के दुरूपयोग पर सुप्रीम कोर्ट ने की टिपण्णी
देश के उच्च न्यायालय ने महिलाओं द्वारा झूठी शिकायत पर टिपण्णी की है। अपने एक ऐतिहासिक फैसले में उच्च न्यायालय ने कहा था कि महिलाएं भारत में कानूनी आतंकवाद फैला रही हैं। हाल ही के सुर्वे के अनुसार यह बताया गया है कि 66 प्रतिशत महिलाएं कानून का दुरूपयोग कर रही है। जिसमें दहेज़ प्रथा पर कानून महिलाओं द्वारा सबसे ज्यादा दुरूपयोग होने वाला कानून है।