Atul Subhash Suicide Case updates: बेंगलुरु में सॉफ्टवेयर इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या ने कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं और इसके बाद इस मामले पर बहस तेज हो गई है। 9 दिसंबर को अतुल सुभाष ने एक सुसाइड नोट और 80 मिनट का वीडियो छोड़कर आत्महत्या कर ली। वीडियो और सुसाइड नोट में उन्होंने अपनी पत्नी निकिता सिंघानिया और उनके परिवार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। अतुल ने दावा किया कि उन्हें झूठे मामलों में फंसाकर परेशान किया जा रहा था और उन्होंने अपनी आत्महत्या के लिए अपनी पत्नी, सास, साले और चचेरे ससुर को जिम्मेदार ठहराया है। इस घटना के बाद दहेज उत्पीड़न और घरेलू हिंसा के कानूनों में सुधार की मांग हो रही है।
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सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल, कानूनों में सुधार की मांग- Atul Subhash Suicide Case updates
इस घटना के बाद, वकील विशाल तिवारी ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दाखिल की है, जिसमें दहेज उत्पीड़न और घरेलू हिंसा के मौजूदा कानूनों में समुचित संशोधन की मांग की गई है। याचिका में यह भी अनुरोध किया गया है कि शीर्ष कोर्ट के रिटायर जज की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई जाए, जो इन कानूनों में सुधार के लिए सुझाव दे सके।
इसके अलावा, याचिका में यह भी प्रस्तावित किया गया है कि शादी के समय दिए गए गिफ्ट्स या पैसों का रिकॉर्ड विवाह रजिस्ट्रेशन के दौरान तैयार किया जाए। इस प्रस्ताव के अनुसार, शादी के रजिस्ट्रेशन के साथ दिए गए धन, वस्तु या उपहारों की सूची का एक शपथ पत्र भी तैयार किया जाएगा। इससे विवाह के दौरान हुए लेन-देन का रिकॉर्ड रखा जा सकेगा, जिससे भविष्य में उत्पीड़न और दहेज के मामलों में पारदर्शिता बढ़ेगी।
सुसाइड नोट और वीडियो में गंभीर आरोप- Atul Subhash Viral Video
अतुल सुभाष ने अपने वीडियो और पत्र में कहा कि उनकी पत्नी ने पहले 1 करोड़ और बाद में 3 करोड़ रुपए की मांग की। इसके अलावा उन्हें अपने बेटे से मिलने भी नहीं दिया गया, जिससे वह मानसिक रूप से काफी परेशान हैं। अतुल ने दावा किया कि उनके ससुराल वालों ने उनके खिलाफ झूठे मामले दर्ज कराए, जिनमें दहेज उत्पीड़न और अप्राकृतिक यौन शोषण जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं।
घर छोड़ कर भाग गए अतुल के ससुराल वाले- Justice For Atul Subhash
पुलिस को 9 दिसंबर की सुबह 6 बजे सूचना मिली कि अतुल ने अपने बेडरूम में पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली है। अतुल सुभाष का शव बेंगलुरु के मराठाहल्ली स्थित उनके फ्लैट में फांसी पर लटका हुआ पाया गया। उनके कमरे की दीवार पर एक प्लेकार्ड लगा हुआ था, जिस पर लिखा था, “Justice Is Due” (न्याय मिलना बाकी है) (Atul Subhash justice is due)। उनकी पत्नी निकिता और उसके परिवार के उत्पीड़न से परेशान होकर उन्होंने यह कदम उठाया।
घटना के बाद से निकिता सिंघानिया (Who is nikita singhania) और उसका परिवार फरार है। स्थानीय रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस की कार्रवाई के डर से वे रात के अंधेरे में बाइक पर सवार होकर भाग गए।
प्रतिक्रिया और इंसाफ की उम्मीद
अतुल की मौत ने पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया है और अब लोग इस बात पर विचार कर रहे हैं कि दहेज उत्पीड़न और घरेलू हिंसा के मामलों में कानून इतने प्रभावी हैं कि पीड़ितों को समय पर न्याय मिल सके। महिलाओं के अधिकारों की रक्षा के साथ-साथ पुरुषों के अधिकारों की रक्षा करना भी उतना ही जरूरी है। अतुल सुभाष की आत्महत्या और इस घटना के बाद परिवार और समाज में इस मुद्दे पर गंभीर चर्चा हो रही है।
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