हाल ही में राजधानी दिल्ली में हुए राबिया हत्याकांड को लेकर सनसनी मची हुई है। 21 साल की राबिया, जो सिविल डिफेंस में काम करती थीं, उसकी चाकूओं से गोदकर बेरहमी से हत्या कर दी। खुद को राबिया का पति बताने वाले एक शख्स ने इस मामले में पुलिस के सामने जाकर सरेंडर भी कर दिया। उसने अपना जुर्म कबूल करते हुए कहा कि उसे अपनी पत्नी के करेक्टर पर शक था, जिसकी वजह से उसने उसको मार डाला। उसने हरियाणा के फरीदाबाद में राबिया की हत्या की।
SDM ऑफिस में तैनात थीं राबिया
दरअसल, ये मामला कुछ ऐसा कि दिल्ली के संगम विहार की रहने वाली राबिया दिल्ली सरकार के सिविल डिफेंस में काम करती थीं। उसको साउथ ईस्ट दिल्ली के SDM ऑफिस में पोस्ट किया गया। तब SDM दफ्तर में तैनात 25 साल के निजामुद्दीन से उसकी मुलाकात हुई। निजामुद्दीन ने राबिया की आईडी कार्ड बनाने के काफी मदद की। इसके साथ ही दोनों के बीच में दोस्ती की शुरुआत हो गई, जो धीरे धीरे प्यार में भी बदलने लगी।
निजामुद्दीन का दावा है कि उसके राबिया ने एक कोर्ट में जाकर शादी भी कर ली थीं। हालांकि राबिया के माता पिता ने इस शादी से जुड़ी कोई भी जानकारी होने से इनकार कर दिया है। वहीं युवक शादी के कोई सुबूत भी नहीं दे पाया।
शक बना हत्या की वजह
वहीं इनकी इस लव स्टोरी में मोड़ तब आ गया, जब नजामुद्दीन को राबिया पर किसी और से संबंध होने का शक होने लगा। 26 अगस्त गुरुवार को वो उसे सूरजकुंड ले गया और वहां पर उससे करेक्टर को लेकर सवाल करने लगा। इस दौरान दोनों के बीच में झगड़ा हो गया और फिर युवक ने राबिया पर चाकू से कर वार कर उसे मार डाला। इसके बाद हत्या कर उसने शव को पाली रोड, फरीदाबाद में झाड़ियों में फेंक दिया। युवक खुद पुलिस के पास गया और वहां जाकर इस हत्या का जुर्म कुबूल कर लिया।
वहीं इस मामले ने राजनीतिक मोड़ भी लिया। भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने इस मामले में ट्वीट करते हुए कहा कि राबिया के साथ कई लोगों ने बर्बरता की और फिर पूरे शरीर को चाकुओं से गोद दिया। चंद्रशेखर आजाद ने लड़की को इंसाफ देने की भी मांग की।
मीडिया की चुप्पी पर भी उठ रहे सवाल
दिल्ली की राबिया के साथ जो कुछ हुआ, उसने एक बार फिर से लोगों को दहला कर रख दिया। वो लड़की जो देश की सेवा कर रही थी, उसके साथ इस तरह की वारदात होना झकझोर देने वाला है। सोशल मीडिया पर राबिया हत्याकांड का मुद्दा छाया। लोग उसे इंसाफ देने के लिए आवाजें उठाने लगी। इसके साथ ही कुछ लोग #JusticeForRabia हैशटैग ट्रेंड करते नजर आए। इस दौरान लोग सरकार और पुलिस-प्रशासन से बेटियों की सुरक्षा को लेकर कई तरह के सवाल पूछते हुए दिखे।
इस मामले में लोग सवाल सिर्फ दिल्ली की कानून व्यवस्था, पुलिस-प्रशासन और सरकार से ही नहीं पूछ रहे। बल्कि उस मीडिया से भी पूछते नजर आ रहे हैं, जिसने इस पूरे मामले पर चुप्पी साध रखी है। मीडिया में अब तक इस पूरे मामले में कुछ खास कवरेज देखने को नहीं मिलीं। जिसके चलते कई लोग ये सवाल पूछते भी नजर आ रहे हैं कि मीडिया को अफगानिस्तान में तालिबान राज में महिलाओं पर हो रही बर्बरता को तो खूब कवर किया जा रहा है, लेकिन अपने देश में महिलाओं, लड़कियों के साथ जो कुछ भी हो रहा है, उस पर क्यों कुछ नहीं दिखाया जा रहा?