Deepak Gupta murder case details in Hindi – योगी आदित्यनाथ की सरकार में अपराध भले ही कम हुए हों, लेकिन पूरी तरह से खत्म नहीं हुए हैं। उत्तर प्रदेश में अभी भी कई इलाके ऐसे हैं जहां दबंग गरीबों को परेशान कर रहे हैं और प्रशासन और पुलिस बस बैठकर देखती रहती है। हाल ही में यूपी के चित्रकूट से एक दुखद घटना सामने आई, जहां एक मां और बेबस पिता अपने बेटे को न्याय दिलाने के लिए यूपी सरकार से गुहार लगा रहे हैं, लेकिन उनकी गुहार कहीं नहीं सुनी जा रही है। दबंगों से बचने के लिए उन्हें बुढ़ापे में अपना घर छोड़ना पड़ा।
दरअसल, यह मामला सरधुवा थाना क्षेत्र के अरछा बरेठी गांव का है। क्षेत्र के कुबेर गुप्ता को अपने इकलौते बेटे दीपक गुप्ता के लिए न्याय नहीं मिल पा रहा है। हत्या के पांच महीने बाद भी मुख्य आरोपियों को जेल नहीं भेजा गया है। बताया जा रहा है कि कुबेर गुप्ता की बहू ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति की हत्या कर दी थी, और पुलिस ने उसे जेल भेज दिया है, लेकिन जिन अपराधियों के साथ उसने यह हत्या की, वे खुलेआम घूम रहे हैं और कुबेर गुप्ता को परेशान कर रहे हैं।
ये है पूरा मामला – Deepak Gupta murder case details
स्वर्गीय दीपक गुप्ता (32) की पत्नी निशा गुप्ता (28) का उसी गांव के ठाकुर पिंकू सिंह से अवैध संबंध चल रहा था। पिंकू सिंह निशा गुप्ता को अपने साथ रखना चाहता था और उसके पति दीपक गुप्ता से छुटकारा पाना चाहता था। 27 मार्च 2024 को निशा गुप्ता अपने पति के साथ घर पर थी, उसके सास और ससुर गांव से बाहर गए हुए थे, तभी पिंकू सिंह घर आया और दीपक को जान से मारने की कोशिश की। निशा ने अपने पुलिस बयान और घटना स्थल में बताया, ‘मैं अपने पति के पैर पकड़ रही थी और पिंकू सिंह उनका गला दबाकर उन्हें मारने की कोशिश कर रहा था। अपने पति को छटपटाते देख मुझे दया आ गई तो मैंने कहा छोड़ दो मेरे पति मर जाएंगे, लेकिन पिंकू सिंह नहीं माना और उनका गला दबाकर उन्हें मार डाला।’
#चित्रकूट#दीपक_गुप्ता_हत्याकांड
👉🏾 पांच माह से संविधान द्वारा बनाये गए कानून पर भरोषा किये बैठा है पीड़ित परिवार। आखिर कब तक और भरोसे में रहना होगा??
👉🏾 एकलौते जवान बेटे की निर्मम हत्या करने वाले अभी भी गिरफ्तार नहीं हुए, पांच माह से पुलिस की विवेचना प्रचलित है।
👉🏾 आखिर कब… pic.twitter.com/3pnnvu640v
— Abhimanyu Singh Journalist (@Abhimanyu1305) September 7, 2024
हत्या को बताया गए आत्महत्या का केस
हत्या करने के बाद पिंकू सिंह ने राजा सिंह को बुलाया और दोनों ने कपड़े का फंदा बनाकर उसे फांसी पर लटका दिया ताकि इस घटना को हत्या की बजाय आत्महत्या कहा जा सके। लेकिन जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आई तो उसमें दीपक गुप्ता के शरीर पर चोट के निशान पाए गए हैं। निशा ने पुलिस को दिए बयानों में पूरी जानकारी दी है, फिर भी हत्या के आरोपियों को अब तक जेल नहीं भेजा जा सका है।
मृतक दीपक गुप्ता के माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल
Deepak Gupta murder case – मृतक दीपक गुप्ता के पिता कुबेर गुप्ता और मां का रो-रोकर बुरा हाल है, गुंडे उन्हें धमकी दे रहे हैं कि वे अपना बयान बदल लें वरना उन्हें और दीपक के बच्चों को मार दिया जाएगा। कुबेर कई बार पुलिस अधीक्षक कार्यालय गए और न्याय की गुहार लगाई लेकिन अभी तक उन्हें न्याय नहीं मिला। अब पुलिस पर कई सवाल उठ रहे हैं।