डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख राम रहीम (Ram Rahim) अपने काले कारनामों की वजह से इस समय जेल में बंद है लेकिन इसके बाद भी वो कई बार जेल से बाहर आ चुके हैं और अभी तक डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख राम रहीम 7 बार पैरोल पर बाहर आ चुके हैं. वहीं इस पोस्ट के जरिए हम आपको डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख राम रहीम के काले कारनामों के बारे में बताने जा रहे हैं.
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इस तरह हुआ मामले का खुलासा
जानकारी के अनुसार, राम रहीम को साल 2017 में पहली बार रेप के आरोप में सजा मिली थी और ये केस साल 2002 में सामने आया जब 2002 में एक साध्वी ने उस समय के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को एक खत लिखा औ इस पत्र में उन्होंने राम रहीम द्वारा यौन उत्पीड़न की बात कही. वहीं इसके बाद ये मामला कोर्ट पहुंचा और जांच सीबीआई के पास गई थी.
सीबीआई ने इस मामले को लेकर सबूत इकट्ठा किये और ऐसा करने में उन्हें कई साल लगे लेकिन इस दौरान डेरा चीफ राम रहीम का रुतबा बढ़ता गया उनके लाखों की संख्या में फॉलोवर्स थे और इस वजह से उनके ऊपर हाथ डालना मतलब लाखों लोगों से लड़ना था. वहीं अपने फॉलोवर्स की आड़ में राम रहीम अपने काले करनामों को अंजाम देता गया
वहीं साल 2007 में अंबाला में सीबीआई कोर्ट में चार्जशीट फाइल हुई और मामले का खुलासा हुआ कि कई सारी साध्वी के साथ भी रेप हुआ है और ये रेप की घटना साल 1999 और 2001 में हुई. जिसके बाद ये मामला पंचकूला कोर्ट में शिफ्ट हुआ.
राम रहीम को मिली 20 साल की सजा
साल 2017 में डेरा प्रमुख को रेप और यौन उत्पीड़न के मामले में दोषी साबित किया गया. पूरे केस के दौरान 52 गवाहों को पेश हुए साथ ही इस मामले में दो पीड़ित भी सामने आए. वहीँ इसके बाद साल 2018 में कोर्ट में डेरा चीफ के खिलाफ आरोप तय हुए और उन्हें 20 साल कि सजा मिली.
डेरा प्रमुख ने करवाई पत्रकार समेत डेरा के पूर्व प्रमुख की हत्या
इसी के साथ राम रहीम को एक पत्रकार की हत्या के मामले में भी दोषी पाया गया. इस पत्रकार ने साध्वी बलात्कार मामले को अखबार में छापा था और इस वजह से राम रहीम ने नवंबर 2002 में इस पत्रकार की गोली मारकर हत्या करा दी. वहीँ जब इस मामले में भी जांच चल रही थी तब जाँच में एक मामले का खुलासा हुआ और ये मामला डेरा के पूर्व प्रमुख रंजीत सिंह की हत्या करने को लेकर था.
दरअसल साध्वी के यौन शोषण के बारे में जो चिट्ठी लिखी गई थी उसका संबंध रंजीत सिंह से भी था और इस वजह से जुलाई 2002 डेरा के कुछ लोगों की मदद से ही राम रहीम ने रंजीत सिंह की हत्या करवा दी. इस मामले में भी जांच हुई राम रहीम दोषी पाया गया और उसे उम्र कैद की सजा मिली.
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