हम 21वीं सदी में इस वक्त जी रहे हैं, जिसमें न्यू इंडिया को लेकर तमाम तरह के दावे किए जाते हैं। लेकिन इन दावों पर सवालिया निशान तब खड़े होते है, जब अब भी देश में महिलाओं, दलितों के खिलाफ अपराध की खबरें सामने आती हैं। 21वीं सदी में भी देश में दलितों का शोषण, उनके खिलाफ अपराध पर लगाम नहीं लग रही। ऐसे मामलों पर पुलिस का जो रवैया होता है, वो और ज्यादा हैरान करता है।
ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के लखनऊ का है। आरोपों के मुताबिक यहां एक इंजीनियर कॉलेज के होनहार दलित छात्र की कुछ लोगों ने मिलकर हत्या कर दी। मामला करीब करीब एक महीने पुराना हो चुका, लेकिन परिजन अब तक इंसाफ के लिए दर-दर की ठोंकरे खा रही हैं।
साथियों ने किया अगवा और फिर कर दी हत्या
मामला कुछ ऐसा है कि कृपा शंकर नाम का एक दलित युवक लखनऊ के इंजीनियरिंग कॉलेज में बीटेक की पढ़ाई कर रहा था। वो पढ़ने लिखने में काफी अच्छा था। परिजनों के अनुसार कृपा शंकर के अकाउंट में स्कॉलरशिप के 87,000 रुपये आए थे। इस पैसे को ही हड़पने के लिए कुछ लोगों ने कृपा शंकर का अपहरण किया और फिर उसे मार डाला।
मामले को रफा-दफा करती दिखी पुलिस
कृपा शंकर लखनऊ में ही रूम लेकर रह करता था। बीते महीने 30 सितंबर को अचानक कहीं चला गया। इसके बारे में उसके बगल के रूम में रहने वाले आकाश शर्मा ने जानकारी दी। एक अक्टूबर को उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट सरोजनी नगर थाने में दी गई। फिर 05 अक्टूबर को पता चला कि एक आम के बाग में शव रस्सी से लटका हुआ मिला।
पुलिस ने शव को अज्ञात शव समझकर परिवारवालों को बिना जानकारी दिए ही पोस्टमार्टम करा दिया और मुक्ति धाम में दफना भी दिया। 8 अक्टूबर को जब मृतक के परिजन अपने बेटे का शव लेने के लिए पहुंचे। जिस पर पुलिस ने पहले ये बताया कि हमने मृतक को जला दिया। जब परिजनों के अस्थियों के बारे में पूछा तो बाद में पुलिस ने कहा कि हमने उसे गाड़ दिया है। फिर 9 दिनों के बाद खोदने पर मृतक की शव मिला।
इस मामले को पुलिस रफा दफा करती हुई दिखीं। कृपा शंकर की हत्या का आरोप आकाश शर्मा, सर्वजीत विश्वकर्मा और उनके अन्य साथियों पर लग रहा है। आरोप ऐसे लगाए जा रहे हैं कि स्कॉलरशिप का पैसा हड़पने के लिए उन्होंने कृपा शंकर को मार डाला। उनकी मौत को लगभग एक महीने हो गया है, लेकिन परिजन अब तक इंसाफ के लिए ठोकरे खा रहे हैं। इस पूरे मामले पर पुलिस का गैर जिम्मेदाराना रवैया खासतौर पर सवाल खड़े कर रहा है।
सोशल मीडिया पर कृपा शंकर की हत्या मामले ने तूल पकड़ लिया है। बड़ी संख्या में लोग पुलिस-प्रशासन समेत सरकार पर सवाल उठाते हुए कृपा शंकर को इंसाफ देने और दोषियों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने की मांग करते नजर आ रहे हैं।