देश की राजधानी दिल्ली…ये वो जगह है जहां पर कई लोग अपने
सपनों को पूरा करने के लिए से आते हैं। दूर दराज से कई लोग दिल्ली आते है…कुछ
लोग यहां पर बस भी जाते हैं और ये दिल्ली लोगों को कई अवसर भी देती है। लेकिन जब
सुरक्षा की बात आती है तो यही दिल्ली कई तरह के सवालों के घेरे में आ जाती है। क्या
दिल्ली में रहना सुरक्षिता है? ये सवाल अक्सर ही उठता रहता है क्योंकि
राजधानी से आए-दिन ऐसी खबरें सामने आती रहती हैं, जो दिल्ली की सेफ्टी पर
सवाल खड़े करती हैं।
चोर ने किया हमला, महिला की मौत
ऐसा ही एक मामला फिर से सामने आया है, जो दिल्ली की सुरक्षा
और कानून व्यवस्था पर सवाल उठाएगा।। दिल्ली के अपराधियों के हौसले कितने बुलंद है,
ये आपको इस मामले से पता चलेगा। दिल्ली के आदर्श नगर इलाके से एक महिला के साथ
स्नैचिंग का हैरान कर देने वाला मामला सामने आया। यहां एक महिला अपने दो साल के
बच्चे को गोद में लेकर जा रही थीं। इसी दौरान एक चोर ने महिला के गले से चेन
खींचने की कोशिश की। इस दौरान उस चोर ने महिला पर चाकू से वार किए। जिसके चलते
उसकी मौत हो गई।
2 साल का बच्चा भी था गोद में…
जो जानकारी अब तक मिली है उसके मुताबिक 25 साल की सिमरन कौर
आदर्श नगर इलाके की रहने वाली थीं। 3 साल पहले उनकी शादी पटियाला के एक शख्स से
हुई थीं। कुछ दिन पहले ही सिमरन अपने मायके आदर्श नगर आई थीं।
CCTV में कैद हुई पूरी वारदात
जानकारी के अनुसार सिमरन आदर्श नगर के पास ही सनी बाजार नाम
से लगने वाली एक मार्केट में गई थीं। जब वो घर आ रही थीं, तब ये वारदात
हुई। इस दौरान सिमरन के साथ एक दूसरी महिला और गोद में 2 साल का बच्चा था। ये पूरी
घटना CCTV
कैमरों में कैद हो गई, जिसकी फुटेज डराने वाली हैं।
फुटेज में देखने को मिल रहा है कि सिमरन पैदल अपने घर की ओर
जा रही थीं हैं। इसी दौरान एक चोर पीछे से आकर चेन खींचने की कोशिश लगता है। इस
दौरान सिमरन उस चोर को पकड़ने की कोशिश करती हैं।
जब चेन स्नेचर को सिमरन पकड़ने की कोशिश कर रही थीं। इसी
दौरान उसने चाकू निकाल लिया और सिमरन के गले पर दो बार वार किया। इस हमले में वो
बूरी तरह जख्मी हो गई। आनन फानन में सिमरन को शालीमार बाग स्थित फोर्टिस अस्पताल
लेकर जाया गया। जहां इलाज के दौरान उन्होनें दम तोड़ दिया।
इस पूरे मामले में पुलिस की जांच तो फिलहाल जारी है। सिमरन पर
हमला करने वाला चोर को पुलिस पकड़ने की पूरी कोशिश में जुटी है। इस तरह की घटना से हर किसी
के मन में खौफ आ जाता है। सबसे बड़ा सवाल इस पूरी घटना से यही उठता है कि आखिर कब
तक दिल्ली में बदमाशों का यूं ही बोलबाला रहेगा? कब दिल्ली के लोग बिना
किसी डर के सड़कों पर निकल सकेंगे? कब यहां की कानून
व्यवस्था सुधरेगी और दिल्ली के लोग अपने आप को राजधानी में सुरक्षित महसूस कर पाएंगे?