उत्तर प्रदेश में जहां एक ओर अपराध बेलगाम रहते है। राज्य की कानून व्यवस्था अक्सर ही सवालों के घेरे में रहती है। ऐसे में अपराधियों पर लगाम कसने के बजाए पुलिस कई बार आम और गरीब जनता को अपनी ताकत दिखाने का जोर लगाती है। हाल ही में कानपुर में हुए मनीष गुप्ता की हत्या का मामला काफी सुर्खियों में रहा, जिसने पुलिस के शर्मनाक चेहरे को सामने रखा।
पुलिस की पिटाई से हुई चालक की मौत?
अब ऐसा ही एक और मामला यूपी के बुलंदशहर से भी सामने आया है। पुलिस ने एक ई-रिक्शा चालक के साथ बेरहमी से मारपीट की। इलाज के दौरान चालक ने दम तोड़ दिया। घटना छतारी थाना क्षेत्र के गांव चौंढ़ेरा की बताई जा रही है। पुलिस पर पिटाई का आरोप लगाकर ई-रिक्शा चालक के परिजन काफी हंगामा कर रहे हैं।
मामला कुछ ऐसा है कि गांव चौंढ़ेरा के रहने वाले गौरी शंकर ई-रिक्शा चलाने का काम करते थे। उनका परिवार इसी से चलता था। बात रविवार रात की है। तब गौरी शंकर अपने रोज की ही तरह अपने काम के बाद घर लौट रहे थे। इस दौरान गांव चौंढ़ेरा के विचित्रा देवी मंदिर के पास जाम लगने लगा।
आरोपों के मुताबिक तब ही पुलिसकर्मी ने रिक्शा चालक के साथ मारपीट की। उन्हें इतनी बुरी तरह मारा गया कि वो बेहोश हो गए। आनन-फानन में चालक के परिजन उनको अलीगढ़ के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में लेकर गए, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
सोमवार सुबह मृतक चालक के परिजनों ने गांव के गेट के बाहर जमकर हंगामा किया। उन्होंने आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ एक्शन लेने के साथ साथ मुआवजे की भी मांग की। वहीं हंगामे को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बस की तैनाती की गई।
2 पुलिसकर्मी हुए सस्पेंड
वहीं इस मामले पर एक्शन लेते हुए 2 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया। इसके साथ ही 5 लाख की आर्थिक सहायता और मृतक चालक की पत्नी को संविदा में नौकरी देने का भी फैसला लिया गया।
इसके बारे में जानकारी देते हुए SSP संतोष कुमार सिंह ने बताया कि मेले में जा रही ई-रिक्शा को रोकने के चलते चालक बेहोश हो गया। इलाज के दौरान उसकी अलीगढ़ में मृत्यु हो गई। पुलिस के मुताबिक रिक्शा चालक के शरीर पर चोट के कोई निशान मौजूद नहीं है। वो हार्ट और टीबी का पुराना मरीज बताया गया। इस मामले में चौकी के उपनिरीक्षक और सिपाही पर मारपीट करने के आरोप लगे हैं। शुरूआती जांच के बाद उपनिरीक्षक और सिपाही को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया। वहीं डीएम रविंद्र कुमार ने मृतक के परिजनों को 5 लाख रुपये की आर्थिक मदद और पत्नी को संविदा में नौकरी देने की बात बताई।